रसातल में जा रहा जल स्तर
नदियां सूखीं, दम तोड़ रहे हैण्डपंप, पाईप लाईन के इंतजार में बंद पड़ी नल-जल योजना
बहादुरपुर। अभी माघ का महीना भी नहीं बीता और जलसंकट ने पैर पसार लिये हैं। नदियां सूख चुकी हैं, हर दिन जलस्तर रसातल को जा रहा है। बीते दिनों में दर्जनों हैण्डपंप दम तोड़ चुके हैं। सरकारी हैण्डपंपों को तो पीएचई विभाग ने पाईप लाईन बढ़ाकर चालू बना रखा है लेकिन नलकूप खनन पर प्रतिबंध के चलते निजी हैण्डपंप बंद होने की कगार पर हैं। ऐसे में पानी के लिये लोग अभी से तरसने लगे हैं। हाल यह हैं कि एक-एक बाल्टी पानी के लिये हैण्डपंपों को आधा घंटा तक चलाना पड़ता है।
वैसे तो बहादुरपुर अंचल पानी के मामले में भरा-पूरा माना जाता है। दो सदानीरा नदियों के चलते यहां जलस्तर में कोई कमी नहीं आती है किंतु पिछले वर्षासत्र में अल्पवर्षा होने के कारण कैथन एवं मोला दोनों नदियां सूख गई हैं। इनमें मोला नदी तो पूरी तरह सूख गई वहीं कैथन नदी की धार भी सिमट कर रह गई है। प्रशासन द्वारा इस ओर अब तक कोई खास ध्यान नहीं दिया गया है। जबकि अभी फरवरी का महीना चल रहा है और अमूमन तौर पर 15 जून तक प्रदेश में मानसून की आमद होती है। जिसके बाद जलस्तर बढऩे की उम्मीद की जा सकती है। किंतु इन चार महीनों में अंचल में पानी की आपूर्ति कैसे होगी।
नल-जल योजना पड़ी है बंद:
कस्बे में पच्चीस वर्ष बनकर तैयार हो चुकी नल-जल योजना के तहत बनी पानी की टंकी करीब बीस वर्ष से पूरी तरह बंद पड़ी हुई है। बीस वर्ष पूर्व रिकवरी नहीं होने से ग्राम पंचायत बिजली बिल जमा नहीं करा पाई जिसके कारण कंपनी ने कनेक्षन काट दिया था। कनेक्शन कटने के कारण बंद हुई नल-जल योजना फिर दोबारा षुरु नहीं हो सकी। हालांकि बाद के समय में ग्राम पंचायत ने बिजली बिल जमा भी करा दिया लेकिन पाईप लाईन के खराब हो जाने से पानी का प्रदाय नहीं हो पाया। इसके लिये ग्राम पंचायत ने मई 2015 में नई पाईप लाईन खरीदने प्रस्ताव बनाकर जिला पंचायत भेज दिया था। लेकिन अभी तक प्रस्ताव अमल में नहीं लाया जा सका। नतीजतन पानी की टंकी पानी की कमी से जूझ रहे सैंकड़ों कस्बावासियों को मुंह चिढ़ा रही है।
दिखाई नहीं देता पानी का टेंकर:
स्थानीय विधायक महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा ने विधायक निधि से बहादुरपुर ग्राम पंचायत को पानी का टेंकर दिया था। पानी की कमी की स्थिति एक महीने से है लेकिन पंचायत के टेंकर का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा। यह टेंकर मकानों की तलाई करने तो कभी शादी-विवाह में पानी पिलाने के काम में ही बस आ रहा है। वहीं मंडी मोहल्ला में लगा सरकारी नलकूप चालू स्थिति में होने के बाबजूद भी बंद पड़ा है। इस नलकूप का बिल भी क्लीयर है वहीं पानी भी भरपूर है। यदि पंचायत ध्यान दे तो नलकूप के द्वारा टेंकर से पानी प्रदाय किया जा सकता है।
इनका कहना:
' सरकारी हैण्डपंपों में पाईप लाईन बड़ा दी गई हैं, जलस्तर की विपुलता के कारण बहादुरपुर में कम गहराई के बोर हैं। नदियों के सूखने से जलस्तर गिर गया है जिसके कारण हैण्डपंप दम तोड़ रहे हैं। ऐसे में एसडीएम की अनुमति लेकर बोर गहरे किये जा सकते हैं। पीएचई को यदि निर्देश मिलेंगे तो नये सरकारी बोर भी किये जायेंगे
बीएस सुमन, प्रभारी एसडीओ
मुंगावली जलसंसाधन विभाग
'टंकी की पाईप लाईन पूरी तरह से डेमेज है जिसे बदलवाने के लिये जिला पंचायत को एक साल पहले प्रस्ताव भेज दिया था। जल्द ही टेंकर द्वारा जलप्रदाय शुरू करवा दिया जायेगा। कल ही मोला नदी पर दो एवं कैथन नदी पर एक स्टाप डेम बनाने का प्रस्ताव प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत बनवाने भेजा है
मनोज कांसल
सरपंच ग्राम पंचायत बहादुरपुर
'प्रस्ताव मेरी जानकारी में नहीं है, मैं पीएचई को दिखवाता हूं। यदि ऐसा कोई प्रस्ताव है तो उसे स्वीकृत करा दिया जायेगा
जिला पंचायत अध्यक्ष
श्रीमति बाईसाहब देशराज सिंह यादव
'जिन पंचायतों में पानी की कमी है वहां पर अतिरिक्त टेंकर देने की योजना है। मैंने पीएचई मंत्री एवं मुख्यमंत्री महोदय को बर्री, बहादुरपुर एवं ऐसे गांव जिनमें पानी की कमी आ गई, उनमें नये सरकारी नलकूप लगवाने के लिये पत्र लिखा है।
विधायक
महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा