मण्डलीय बैठक में मुख्य सचिव ने विकास कार्यों की समीक्षा की
सिंचाई समस्या दूर करने के दिये निर्देश* कहा- नलकूप कराये दुरूस्त
उरई। प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने शनिवार को झांसी के विकास भवन सभागार में मण्डलीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में उपस्थित अधिकारियों से उन्होने कहा कि किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले। शासन चाहता है कि किसानों को किसी तरह की समस्यायें नही आनी चाहिये। उन्होने कहा कि सिंचाई की समस्या को देखते हुये जो भी नलकूप खराब है उन्हे दुरूस्त किया जाये। नहरों के माध्यम से टेल तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाये। वहीं पशुओं के चारे की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। पशुओं के चारे की पर्याप्त व्यवस्था रखे। ताकि जरूरत पडऩे पर पशु पालको को भूसा आदि उपलब्ध कराया जा सके। उन्होने कहा जो भी अधिकारी इन समस्याओं के निस्तारण में गंभीरता नही दिखायेगा उसके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि बुन्देलखण्ड की समस्या के प्रति सरकार गंभीर है। शासन सतर पर ऐसे प्रयास किये जा रहे है कि यहंा के किसानों तथा यहंा के बांशिदो को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। पिछले कुछ वर्षो से यहंा के किसान दैवीय आपदा के कारण परेशान है। जिससे उनकी आर्थिक स्थितियां खराब हो चुकी है।। ऐसे मेें प्रदेश सरकार का ध्यान किसानों की ओर है। लिहाजा उनकी सभी समस्यायें गंभीरता से लेकर निस्तारित करेंं। उन्होने कहा कि जिलाधिकारी सिंचाई जैसी समस्या पर विशेष ध्यान दें तथा सम्बन्धित विभागो को निर्देशित करतें कि कोई भी नलकूप खराब न हो। नहरों के माध्यम से टेल तक पानी पहुंचे। पशुओं के पीने के लिये तालाबो को भरवाया जाये तथा अन्ना प्रथा को रोकने के लिये पर्याप्त व्यवस्थायें की जाये लोगो को जागरूक किया जाये। उन्होने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाना है। पूरे प्रदेश में एक जगह पांच करोड पौधे लगाये जाने है। इनमें जनपद जालौन में भी एक दिन में 16 लाख पौधे लगाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होने अधिकारियों से कहा कि पेयजल समस्या पर भी ध्यान दें। अगर किसी योजना में बजट आड़े आता है तो जिलाधिकारी डिमाण्ड कर सकते है। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने शासन द्वारा संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की भी समीक्षा की।