फटाफट क्रिकेट पर लगेगा करोड़ों का सट्टा

हाईटैक होते सट्टेबाजों से निपटना अब पुलिस के लिए चुनौती

गुना। लूट व चोरी की वारदातों को रोकने में नाकाम पुलिस के सामने अब क्रिकेट पर सट्टा रोकना बड़ी चुनौती होगी। अगले 100 दिन में 112 टी-20 क्रिकेट मैच होने वाले हैं। फटाफट क्रिकेट के इस महाकुंभ के लिए करोड़ों का सट्टा बाजार सजकर तैयार है। पुलिस से बचने के लिए सट्टेबाज पॉश कॉलोनियों से लेकर कुछ घरों में सट्टा खिलाने की तैयारी हो गई है। क्रिकेट के महाकुंभ को देखते हुए पुलिस भी तैयार है। पुलिस ने ऐसी कॉलोनियों में नजर रखना शुरू कर दी है। साथ ही कुछ टीमों को गोपनीय तरीके से रैकी करने लगा दिया है। सट्टेबाजों की माने तो हर दिन करोड़ों का खेल होगा।
24 फरवरी से एशिया कप शुरू होने वाला है। उससे पहले 19 फरवरी से क्वालीफाइंग मैच होंगे। कुल मिलाकर 17 मैच होंगे जो 6 मार्च तक चलेंगे। टी-20 वल्र्डकप यह 8 मार्च से शुरू होगा और 3 अप्रैल तक चलेगा। जिसमें सभी टेस्ट व वनडे खेलने वाली आईसीसी से मान्यता प्राप्त टीमें भाग लेंगी। करीब 35 मैच होंगे। आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग 2016) यह 8 अप्रैल से शुरू होगा। जो पूरा मई माह चलेगा। आईपीएल में सभी मैच मिलाकर लगभग 60 टी-20 मैच खेले जाने हैं।
ग्वालियर, भोपाल और इंदौर से लाइन
शहर के सट्टेबाज क्रिकेट के महाकुंभ में अच्छे से गोता लगाना चाहते हैं। इसलिए किसी भी तरह की कोई कमी नहीं छोडऩा चाहते हैं। शहर व उसके आसपास के सट्टेबाजों ने ग्वालियर, इंदौर व भोपाल से लाइन बुक कर दी हैं। साथ ही कस्टूमर के गु्रप बनाकर उनको कोडवर्ड में नंबर दे दिए गए हैं।
वॉट्सएप गु्रप भी हो रहे तैयार
मोबाइल एप टेक्नोलॉजी का उपयोग सट्टेबाज भी करने को तैयार हैं। ऐसे ग्राहक जिनकी लिमिट प्रत्येक दिन 50 हजार रुपए या उससे अधिक है। उनके लिए वॉट्सएप गु्रप तैयार किए गए हैं। मैच की पल-पल की अपडेट उन्हें इस ग्रुप पर मिलती रहेगी। पर बुकिंग कॉल के जरिए ही होगी।
ऐसे खेला जाता है खेल
टी-20 मैच में टॉस के बाद पल-पल खेल की स्थिति बदलती है। टॉस से पहले दोनों टीमों के हार-जीत का भाव आता है। पर टॉस जो टीम जीतती है और जिस मैदान पर खेल हो रहा है उसका इतिहार व टीमों की स्थिति देखते ही तत्काल नए भाव आना शुरू हो जाते हैं। मैच की पहली गेंद से सेशन में गेम शुरू हो जाता है। पहली इनिंग में दो सेशन 1 से 10 ओवर और दूसरा 10 से 20 ओवर का होता है। जो प्रत्येक ओवर में बदलता है। जबकि सेकंड सेशन में एक से 10 ओवर का ही सेशन रहता है। अगले में जीत हार ही रहती है।
चुनिंदा कालोनियों पर नजर
पिछले कुछ वर्ष में क्रिकेट पर सट्टा का कारोबार गलियों व मोहल्ले से पॉश कॉलोनियों में पहुंच गया है। यहां कमरा या फ्लैट किराए से लेकर सटोरिए खुद को महफूज समझते हैं।
पुलिस ने पॉश कॉलोनियों में सर्चिंग शुरू कर दी है। पता लगाया जा रहा है कि कहां किसने फ्लैट या कमरे किराए पर लिए हैं। किस-किस ने किराएदार की सूचना नहीं दी है।
मैच के दौरान सड़कों पर दिखने वाले लग्जरी वाहनों की भी तलाशी लेने के लिए टीमों को लगाया है।

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