प्रदेश की सौर ऊर्जा से दौड़ेगी दिल्ली की मैट्रो

भोपाल। प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से लगातार सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन बढ़ रहा है। फलस्वरूप अब दिल्ली में चलने वाले मेट्रो ट्रेन के संचालन के लिए प्रदेश सरकार सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली देने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए अगले माह समझौता किया जाएगा। खास बात यह है कि लागत कम होने की वजह से ही दिल्ली के मैट्रो कॉरपोरेशन ने इससे बनने वाली बिजली की खरीदी मेें रुचि दिखाई है।
गौरतलब है कि वर्तमान में ऊर्जा विकास निगम तीन हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है और इसकी 24 फीसदी बिजली वह दिल्ली मेट्रो को देगा। उल्लेखनीय है कि देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर होने के कारण दिल्ली अब परंपरागत ऊर्जा के स्थान पर वैकल्पिक या सौर ऊर्जा को अपनाने जा रहा है।
ऊर्जा विकास निगम अब तक तीन हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन कर चुका है। जबकि 750 मेगावाट क्षमता का पावर प्लांट रीवा में तैयार हो रहा है। इसके अलावा विंड व सौर एनर्जी के अन्य कई प्लांट भी तैयार है। सौर ऊर्जा तैयार करने के मामले में अभी तक मध्यप्रदेश का पहला स्थान है।
एक करोड़ की बिजली की बचत हर माह
एलईडी बल्ब, ट्यूब लाइट और पंखों की बिक्री जिस तीव्रता से बढ़ी हैं उससे अब एक करोड़ रुपए रोजाना की बिजली प्रदेश में बचने लगी है। जबकि एक माह पहले लगभग 90 लाख रुपए की बिजली रोजना बचने लगी थी। निगम का लक्ष्य अब दो करोड़ रुपए प्रतिदिन बिजली बचाने का है, जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक ऐसे उपकरण विक्रय किए जा रहे हैं जिससे बिजली की काफी बचत हो सके और लोग अपना पैसा भी बचा सकें। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों बाद निगम एसी और फ्रिज भी उपलब्ध कराएगा जिससे रोजना उपभोक्ता को 12 यूनिट तक की बचत होगी। निगम अब सौर ऊर्जा से संचालित कृषि पंप भी उपलब्ध कराने जा रहा है जिसमें पांच अश्व शक्ति की मोटर काम करेगी।