नगदरहित समाज ही देगा विकास को नया आयाम
भोपाल। वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा है कि देश में तेजी से विकास के लिए नगदीरहित समाज बनाना जरूरी है। उन्होंने इस व्यवस्था को देश की दूसरी आजादी की लड़ाई बताया। श्री मलैया मंगलवार को भोपाल जिले के बड़झिरी में पहले डिजिटल ग्राम का लोकार्पण कर रहे थे। बड़झिरी प्रदेश का पहला डिजिटल ग्राम है, जिसे बैंक ऑफ बड़ौदा के सहयोग से डिजिटल ग्राम बनाया गया है। इस मौके पर विधायक रामेश्वर शर्मा भी मौजूद थे।
वित्त मंत्री ने कहा कि बड़झिरी के लोगों को डिजिटल ग्राम से न केवल बैंकिंग क्षेत्र में लाभ मिलेगा बल्कि इस तकनीक का लाभ ग्रामीणों को खेती-किसानी में भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेकर देश की अर्थ व्यवस्था से काला धन साफ किया है। इस निर्णय से आमजन को कुछ समय तकलीफ होगी लेकिन आने वाले समय में सरकार के पास कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए पैसों की कमी नहीं होगी।
वित्त मंत्री ने पीओएस से खरीदा चावल
वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने डिजिटल ग्राम की घोषणा के बाद पॉइन्ट ऑफ सेल मशीन से कार्ड स्वाइप कर नजदीक के किराना स्टोर से चावल खरीदा। बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक राजेन्द्र कुमार ने बताया कि बड़झिरी को डिजिटल ग्राम बनाने का फैसला अक्टूबर माह में लिया गया था। आज यह गांव पूरी तरह से डिजिटल और नगदीरहित बन गया है। उन्होंने बताया कि इंदौर और जबलपुर अंचल में भी चयनित गाँव को शत-प्रतिशत डिजिटल बनाया जा रहा है।
डिजिटल ग्राम में किए गए कार्य
बड़झिरी के 2000 ग्रामीणों के खाते खोले गए और डेबिट कार्ड जारी किए गए।
गाँव की सभी दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पीओएस मशीन लगाई गई। गाँव में एक्सप्रेस लॉबी की स्थापना की गई, जिसमें एटीएम, पासबुक प्रिंटर, कैश डिपॉजिट मशीन लगाई गई। बड़झिरी गाँव को इंटरनेट और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। गाँव में ग्राहक सेवा केन्द्र की स्थापना की गई है।