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राजीव एकेडमी में कैम्पस टू कारपोरेट विषय पर हुआ व्याख्यान

मथुरा। राजीव एकेडमी फार टेक्नोलाजी एण्ड मैनेजमेंट में एमबीए एवं एमसीए के छात्र-छात्राओं के लिए कैम्पस टू कारपोरेट विषय पर आयोजित गेस्ट लेक्चर में विशेषज्ञ राजीव आर दुबे ने छात्र-छात्राओं को भारत और यूरोप के इनवायरमेंटल ढाँचे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्र-छात्राओं ने विशेषज्ञों के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं और उनका समाधान प्राप्त किया।

विशेषज्ञ राजीव आर दुबे ने लेक्चर के दौरान छात्र-छात्राओं को समझाया कि उन्हें कैम्पस के भीतर कौन से नियमों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से व्यापार जगत की बारीकियों की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए स्पष्ट किया कि सर्वप्रथम शिक्षार्थियों को एचआर सिस्टम को समझना चाहिए। कारपोरेट जगत विशाल है इसलिए छात्र-छात्राओं को सर्वप्रथम छोटे-छोटे प्रोजेक्टों को करने का अनुभव लेना चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को नियमित अध्ययन के फायदे बताते हुए कहा कि आप सभी को अपने अध्ययन को निरंतर जारी रखना चाहिए। कालेज के कोर्स की डिग्री लेने के बाद जो अध्ययन है उसे बड़ी सावधानीपूर्वक पूरा करना चाहिए क्योंकि पढ़ाई के बाद कार्यक्षेत्र विशाल हो जाता है। कालेज का वातावरण अलग होता है लेकिन खुले बाजार का वातावरण उससे कहीं अधिक भिन्न और तेज होता है। श्री दुबे ने स्पष्ट किया कि किसी भी कम्पनी की कार्यप्रणाली को समझने से पूर्व कारपोरेट जगत में एचआर ढांचा समझना महत्वपूर्ण है।

आरके एजूकेशन हब के चेयरमैन डा. रामकिशोर अग्रवाल ने कैम्पस टू कारपोरेट विषयक लेक्चर को मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि प्रबंधन कोर्स में एचआर सिस्टम किसी भी कम्पनी का ब्रेन होता है। एचआर सिस्टम पर पूर्ण नियंत्रण हो जाने के बाद कम्पनी ग्रोथ बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त मैन पावर कण्ट्रोलिंग भी बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि भारत में अभी भी मैन पावर द्वारा ही कम्पनी का संचालन होता है लेकिन विदेशों में मैन पावर कम और मशीनों का प्रयोग अधिक है। अब धीरे-धीरे इसका स्थान रोबोट लेता जा रहा है। छात्र-छात्राओं को सफल उद्यमी बनने हेतु प्रबन्धन के समस्त गुर सीखना जरूरी है परन्तु इम्प्लीमेशन और मैनेजिंग सिस्टम प्रोसेस का ज्ञान अति महत्वपूर्ण है। ऐसे गेस्ट लेक्चरों से प्रबन्धन के छात्र-छात्राओं को लाभ उठाना चाहिए। इससे उन्हें अपने स्वर्णिम भविष्य के लिए मनमाफिक जाब सर्च करने की दिशा में मार्ग प्रशस्त होगा।

इस अवसर पर निदेशक डा. अमर कुमार सक्सेना ने विशेषज्ञ श्री दुबे का स्वागत करते हुए कहा कि कारपोरेट जगत में विभिन्न आयामों की जानकारी रखने वाले राजीव आर दुबे को तीन दशकों का लम्बा अनुभव है। भिन्न-भिन्न इण्डस्ट्रियों में उन्होंने अनेकों बड़े प्रोजेक्टों पर कार्य किया है। डिजाइनिंग, इम्प्लीमेशन एण्ड मैनेजिंग एचआर सिस्टम प्रोसेस जैसे-मैन पावर प्लानिंग, परफारमेंस मैनेजमेंट सिस्टम, चेंज मैनेजमेंट, ओडी, लर्निग एण्ड डिवलपमेंट कम्पनशेसन एण्ड बेनीफिट्स आदि में उन्हें महारत हासिल है। श्री दुबे यूएसए और भारत के रिक्रूटमेंट टेम्परेरी और परमानेण्ट स्टाफिंग सिस्टम में भी कार्य कर चुके हैं। इससे पूर्व निदेशक डा. सक्सेना ने माँ सरस्वती के विग्रह के समझ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर एमबीए एवं एमसीए विभागाध्यक्ष गोपाल सारस्वत एवं समस्त स्टाफ उपस्थित था। एमबीए विभागाध्यक्ष डा. विकास जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Updated : 6 Nov 2016 12:00 AM GMT
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