फाइलों में कैद हुआ हॉवरक्राफ्ट


आगरा। एक नहीं दो बार। केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने यमुना नदी में हॉवरक्राफ्ट चलाने का वायदा किया, लेकिन यह वायदा फाइलों में कैद होकर रह गया है। यमुना नदी को सुधारने का कोई खास प्रयास नहीं हुआ है। न ही प्रोजेक्ट को लेकर कोई सर्वे हुआ है।

एक साल पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली से आगरा तक यमुना नदी में हॉवरक्राफ्ट चलाने की बात कही थी। इसके पीछे मंशा यह थी कि जलमार्ग से माल की ढुलाई आसानी से हो सकती है। खर्चा भी कम आता है, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत यमुना नदी में पानी को लेकर आ रही है। करीब छह माह पूर्व केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से पत्रकारों से बातचीत की थी। तब भी मंत्री ने दिल्ली से आगरा तक हॉवरक्राफ्ट चलाने पर जोर दिया था। उन्होंने हवा से पानी पर उतरने वाले विमानों की सेवा के संचालन पर जोर दिया था। नदी में कई स्थलों पर अस्थायी घाटों का निर्माण किया जाना था। उन्होंने कहा था कि गंगा नदी पर जहाज चलने के बाद यमुना पर प्रयास शुरू हो जाएंगे, लेकिन अभी योजना को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। न ही केंद्रीय स्तर पर कोई बैठक हुई है, जिससे योजना को आगे बढ़ाया जा सके।

हॉवरक्राफ्ट चलने से आगरा के पर्यटन जगत को फायदा पहुंचता। बड़ी संख्या में पर्यटक हॉवरक्राफ्ट से सफर करना पसंद करते। डीएम गौरव दयाल ने बताया कि हॉवरक्राफ्ट को लेकर अभी तक कोई निर्देश नहीं मिले हैं।

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