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जानें देश के सबसे मुश्किल एग्जाम के बारे में

जानें देश के सबसे मुश्किल एग्जाम के बारे में
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एग्जाम्स की बात करें तो स्कूल हो या कॉलेज आप इससे रुबरु अच्छे से होगें। लेकिन वहीं दूसरी तरफ देश में कुछ एग्जाम्स ऐसे भी है जिन्हें पास करना हर किसी के बस की बात नहीं है। पास होनें के लिए लोग कई सालों से तैयारी करते है। तो आइए जानते है कुछ ऐसे एग्जाम्स के बारे में जो देश के सबसे कठिन एग्जाम्स में से है।


सिविल सेवा परीक्षा- सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन हर साल यूपीएससी के द्रारा करवाया जाता है। यह एग्जाम तीन चरणों में आयोजित होता है। तीन चरणों में प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और तीसरा चरण होता है साक्षात्कार का। देशभर से लाखो लोग इस एग्जाम देने के लिए भाग लेते है। लाखों बच्चों में से केवल 8-10 हजार स्टूडेंट ही पास होते है। परीक्षा का रीजल्ट और औसत 0.1 से 0.3 फीसदी है। इस एग्जाम में पास होने वाले स्टूडेंट आईएएस, आईएफएस और आईपीएस जैसे अधिकारी पद पर नियुक्त होते है।

एम्स- एम्स देश के उन आयुर्विज्ञान संस्थानों में से है जिससे हर मेडिकल स्टूंडेंट का एमबीबीएस करने का सपना होता है। इसमें भी भारी संख्या में स्टूडेंट भाग लेते है लेकिन कठिन परीक्षा के कारण बेहद काम स्टूंडेंट का ही सिलेक्शन होता है।

सीए- यह परीक्षा इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिआ की ओर से हर साल आयोजित किया जाता है। आपको बता दें कि सीए का कोर्स तीन स्तरों पर बंटा हुआ है। पहला स्तर सीपीटी, दूसरा स्तर आईपीसीसी और तीसरा स्तर सीए-फाइनल होता है। स्तर के साथ साथ इसमें सब्जेक्ट बढ़ते जाते है। बात करें इसके अंतिम रिजल्ट की तो यह 3 से 7 फीसदी ही रहता है।


आईआईटी-जेईई- हर इंजिनीयर बननें वाले स्टूडेंट का सपना होता है कि उसका दाखिला आईआईटी में ही हो। इसलिए पूरे देशभर से इंजिनीयर स्टूडेंट इस परीक्षा में भाग लेते है। लेकिन सीट की मारामारी के चलते इसमें बहुत ही कम स्टूडेंट का दाखिला होता है। जेईई मेन में पास होनें के आधार पर ही जेईई एडवांस परीक्षा देने का मौका मिलता है। जेईई एडवांस परीक्षा के जरिए ही देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी के इंजीनियररिंग कोर्सेस में दाखिला ले सकते है।

कैट- यह एग्जाम आईआईएम में प्रवेश के लिए आयोजित करवाया जाता है। एमबीए करनें वाले हर स्टूंडेंट इस परीक्षा में भाग लेता है। हर साल इसमें भाग लेनें वाले विद्दार्थियों की संख्या बढ़ती जाती है। बात करें कटऑफ की तो इसकी कटऑफ भी 97 फीसदी तक जाती है। इसमें बढ़ रहे मुकाबले के कारण यह परीक्षा बेहद कठिन है।

Updated : 31 Oct 2016 12:00 AM GMT
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