प्रदूषण मुक्ति के लिए अब होगा यमुना सत्याग्रह-पंकज बाबा

मथुरा। यमुना प्रदूषण मुक्ति के लिए अब यमुना रक्षकों ने आर पार की लडाई के लिए 17 दिसम्बर से यमुना सत्याग्रह शुरू करने की ठान ली है। यह सत्याग्रह केन्द्र सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में किया जा रहा है। शुक्रवार को स्थानीय होटल में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में सत्याग्रह की विस्तृत जानकारी देते हुए राष्ट्रीय संरक्षक पंकज बाबा ने कहा कि आंदोलन करने में हमारी रूचि नहीं है। परंतु पिछली बार सरकार की घोषणा के बाद भी आज तक कुछ नहीं हो सका है। जिससे सम्पूर्ण वैष्ण समाज, साधु संत व ब्रजवासियों में भारी रोष है।
यमुना रक्षकों का कहना है कि इस बार वह पदयात्रा लेकर नहीं जायेंगे, इस बार सरकार को ही यहां आना होगा। सुनील सिंह ने यमुना सत्याग्रह की रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि इस बार पूरे विश्व के वैष्णव, कृष्ण भक्त व पर्यावरणविद् को इस आगामी यमुना सत्याग्रह से जुडेंगे। ब्रज के हर गांव से कम से कम 200 ब्रजवासियों का सत्याग्रह में सम्मिलित होना सुनिश्चित किया गया है। रमेश बाबा महाराज, राजेन्द्र दास महाराज, साध्वी ऋतम्भरा आदि संत इस सत्याग्रह से जुड़ेंगे।
सलाहकार राधाप्रिय ने बताया कि यमुना रक्षकों की दो मांगे हैं जिनमें एक दिल्ली की गंदगी जो यमुना तल पर गिर रही है। उसके लिए एक समानान्तर नाला बनाकर रोका जाए व यमुना में स्वच्छ, निर्मल व अविरल जल विशेष अध्यादेश लाकर सुनिश्चित किया जाये। यह आंदोलन 17 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। वार्ता में भाकियू के हरीश ठेनुआ, पंकज चतुर्वेदी, गोपश्वरनाथ चतुर्वेदी, श्याम चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।