अल्प वर्षा से पानी की कमी

निर्माण कार्यों में व्यर्थ बहाया जा रहा पानी
अशोकनगर। जिले भर में हुई अल्प वर्षा के कारण पानी की किल्लत शुरू हो गई है। गर्मी के मौसम में पानी के लिए हालात और खराब न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने जिले भर में नलकूप खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है। और प्रदेश सरकार ने भी सम्पूर्ण जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। लेकिन यह सूखाग्रस्त घोषणा मात्र एक औपचारिकता साबित हो रही है। क्योंकि सम्पूर्ण जिले भर में निर्माण कार्य लगातार जारी हैं। शासकीय एवं अशासकीय निर्माण कार्यों पर प्रशासन का प्रतिबंध न होने के कारण निर्माण कार्यांे पर पानी को व्यर्थ बहाया जा रहा है। शहर के हर गली मोहल्ले में मकानों का काम चल रहा है। इसी तरह कई शासकीय निर्माण कार्य भी चलाए जा रहे हैं। जिन पर प्रति दिन हजारों लीटर पानी बहाया जा रहा है। गर्मी का मौसम शुरू होने में अभी एक दो महीने का समय शेष है लेकिन अल्प वर्षा के कारण शहर में अनेकों स्थानों पर शासकीय एवं निजी नलकूपों ने लोगों का साथ छोड़ दिया है। परंतु प्रशासन ने लोगों के लिए पानी की ङ्क्षचता करते हुए मात्र एक घोषणा कर अपनी चिंता व्यक्त कर दी। अब हर कोई अब प्रशासन की इस कार्यप्रणाली को गलत ठहरा रहा है। जब जिले भर में पानी की किल्लत होने के कारण सूखाग्रस्त की घोषणा राज्य शासन ने की है तो फिर निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध क्यों नही लगाया जा रहा है। जो पानी निर्माण कार्यों पर खर्च हो रहा है वह गर्मी के मौसम में कई लोगों के कंठ की प्यास बुझाने में काम आएगा।
यहां हैं हालात खराब:
जनवरी का माह समाप्त हो रहा है और फरवरी की शुरूआत होने जा रही है। इस समय शहर में पानी की किल्लत दिखाई देने लगी है। यह बात जिले के मुखिया के पास भी लोगों ने खाली बर्तन ले जा कर बता दी है। वार्ड क्रमांक 12, शंकर कालोनी, नहर कालोनी, ऊर्जा कालोनी, आजाद नगर कालोनी, छ:घरा, नौ घरा मोहल्ला सहित अन्य ऐसी बस्तियां हैं जहां शासकीय हैण्डपम्पों की संख्या कम है। इन बस्तियों में ज्यादातर गरीब लोग निवास करते हैं परंतु यहां पानी की समस्या की दस्तक देने के साथ ही लोग अभी से ही पानी के लिए भटकने लगे हैं।
