राजमाता के आदर्शों का स्मरण करें कार्यकर्ता: नरेन्द्र
राजमाता सिंधिया का संपूर्ण जीवन कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरण स्त्रोत: कांकर
भिण्ड। भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव कांकर ने कहा है कि राजमाता विजयराजे सिंधिया ने अपना संपूर्ण जीवन संगठन के बटवृक्ष को तैयार करने में समर्पित भाव से किया। महिला मोर्चा का जो बटवृक्ष महिलाओं की ताकत के रूप में खड़ा है यह उन्हीं की देन है। सभी बहिनें उनके बताए मार्ग, विचार और आदर्शों को अपने हृदय में अनुशरण कर हर मतदान केन्द्र पर अपनी ताकत के रूप में शक्ति को जाग्रत करें। उपरोक्त उद्गार उन्होंने सांसद निवास चंबल कालोनी भिण्ड में आयोजित कैलाशवासी श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 15वी पुण्यतिथि के अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
राजमाता जी की पुण्यतिथी में विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि समाज उत्थान के लिए समर्पित श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी का जीवन हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत है। हमारा कर्तव्य है कि हम उनके आदर्षों एवं विचारों का स्मरण कर महिलाओं को संगठित कर केन्द्र व राज्य में भाजपा की मजबूती की ओर पहुंचकार नरेन्द्र मोदी एवं शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की महिला हितैषी विकास योजनाओं को गांव-गांव की चौपालों पर पहुंचाकर मातृशक्ति को जाग्रत करें, यही उनकी पुण्यतिथि की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर युवा नेता सतेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा कि राजमाताजी कभी सत्ता के सामने झुकी नहीं। जिन्होंने हमेशा कांग्रेस सरकार की कथनी और करनी का विरोध करते हुए गरीब, मजदूर, महिला एवं आमजनों के साथ नेतृत्व करने से पीछे नहीं हटीं। और उनका जीवन संगठनात्मक कार्य में अंतिम सांस तक लगा रहा।
पुण्यतिथि में भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सुशीला नरवरिया ने कहा कि श्रद्धेय राजमाता ने संपूर्ण देश के हर कौने-कौने में नारी शक्ति को संगठित करने में अंतिम छड़ों तक अपनी रक्त की एक-एक बूंद से महिला मोर्चा का बटवृक्ष संगठनात्मक रूप में तैयार किया। कार्यक्रम का संचालन भाजपा नगर अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह भदौरिया, एवं आभार व्यक्त ग्रामीण मण्डल के अध्यक्ष रामलखन सिंह बघेल जनपद सदस्य ने किया। इस अवसर पर सुंदरपाल सिंह कुशवाह, नपा उपाध्यक्ष रामनरेश शर्मा मंचासीन थे। कार्यक्रम में रामप्रकाश माझी, मनोज शिवहरे, राजकुमारी कुशवाह, विनीता सोनी, बेबी राठौर, वंदना भदौरिया, लीला शर्मा, ममता नरवरिया, मंजू नरवरिया, मुन्नी वर्मा, गीता यादव, सुमन यादव, शशि मिश्रा कई बहिनें मौजूद थीं।