आदिवासी बच्चों के लिए शुरू की नि:शुल्क अक्षर शाला

हेल्पिंग हेण्ड वेलफेयर सोसायटी बनी सेवाकार्य के लिए मिशाल
ईसागढ़। ईसागढ़ ब्लॉंक अंतर्गत पिपरोल पंचायत के रामचक चक्क की आदिवासी बस्ती में हेल्पिंग हेण्ड वेलफेयर सोसायटी ने आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा अध्यन के उद्देष्य से अक्षर शाला नाम से शिक्षा केन्द्र प्रारंभ शनिवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी के जन्म दिवस पर किया। गौरतलब है कि रामगढ़ की आदिवासी बस्ती में कोई भी ऑंगनबाड़ी और स्कूल के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग आदि का कोई भी केन्द्र नहीं है जिससे वहॉं के बच्चे कुपोषण की चपेट में हैं।
ऑंगनबाड़ी का कोई भी लाभ उन तक नहीं पहुॅंच पा रहा है साथ ही सभी बच्चे भी अशिक्षित ही हैं। जिनसे वहॉं रहने वाले लगभग 40 परिवार बीमारी एवं गरीबी और अशिक्षा से पीडि़त हैं जिसके लिए हेल्पिंग हेण्ड वेलफेयर सोसायटी के संचालक ईसागढ़ निवासी मनोज शर्मा समाजसेवी नेता ने इस गॉंव को शिक्षा एवं स्वास्थ्य के लाभ पहुॅंचाने एवं अन्य ग्रामीणों के हित को देखते हुए गोद लिया था इस कड़ी में शनिवार को एक झाोंपड़ी में आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा केन्द्र प्रारंभ किया गया। चर्चा के दौरान मनोज शर्मा ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले उन् हैं अखवार में प्रकाशित खबरों से इस गॉंव की हालत के वारे में जानकारी मिली थी जिसके अगले ही दिन वह अपने अन्य सोसायटी के सदस्यों मनोज जैन, नवदीप शर्मा, राजकुमार शर्मा, प्रदीप तोतर एवं तेजनारायण लोधी आदि के साथ पहुॅंचकर हालात देखे तो अचंीिात रह गया। जहॉं एक ओर शासन अपनी योजनाओं से कुपोषण, अशिक्षा एवं बेरोजगारी को समाप्त करने की वातें करती है वही यह गॉं देश के इतने विकास के वावजूद अभी भी मूलभूत सुविधाओं के लिए इंतजार कर रहा है। इसके वाद इस गॉव को सशक्त करने एवं इनके बच्चों को शिक्षित करने के उद्देष्य से गॉव को गोद लिया और ग्राम पंचायत पिपरोल के सरपंच डीएस यादव से सहयोग एवं वातचीत से यहॉं एक शिक्षा केन्द्र खोलने की बात कही।
मैं बस्ती को सशक्त करूंगा: शर्मा
अक्षर शाला के प्रारंभ करते समय समाज सेवी नेता मनोज शर्मा ने कहा िकवह इस गॉव को सशक्त करके दिखा देगे जब उनसे कहा गया कि इस कार्य में उन्हैं सफलता की कितनी उम्मीद है तो उन्होने बताया कि हम अपनी सारी ऊर्जा लगा देगे और ग्राम पंचायत के सरपंच, आसपास के पंचायतो के सरपंच एवं जनता के साथ मिलकर इस ग्राम की सारी समस्यओं को समाप्त करके ही दम लूॅंगा चाहे इसके लिए मुझे कितना ही समय और पैसा खर्च क्यों न करना पड़े। मैंने इस ग्राम के कुपोशित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करा दिया है और आगे भी मैं इनके हर पहलू से विकास के लिए लगा रहूॅंगा।
तहसीलदार किया शाला का शुभारंभ
शनिवार को ईसागढ़ तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी ने अक्षर शाला का फीता काटकर शुभारंभ किया। इसके पूर्व बीएमओ बीएस जम्होरिया द्वारा उपस्थित ग्रामीणों को स्वास्य संबंधी जानकारी विस्तृत रूप से दी और ग्राम में टीकाकरण आदि भी किया साथ ही उन्होने शुभारंभ के मौके पर ही हर स्वास्य सुविधा इस बस्ती को उपलब्ध कराने की वात कही। तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाछी द्वारा भी गॉव की सभी समस्याओं को सुना और उन्होने भी हर संभव मदद के लिए आष्वासन दिया और साथ ही लघु उद्योग आदि से ग्रामवासियों को सशक्त करने की वात सरपंच डीएस यादव से की साथ ही वहॉं उचित मूल्य की दुकान संचालक, सचिव एवं अन्य महिला बाल विकास की सेक्टर सुपरवाईजर से वातचीत की और सही कार्य के लिए मार्गदर्शित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ मॉं सरस्वती के पूजन के साथ किया कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी एवं पत्रकार राजकुमार शर्मा द्वारा किया गया। अक्षरशाला में आये बच्चों को प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी, बीएम ओ बीएस जम्होरिया, सरपंच डी एस यादव, तिघरा सरपंच मनोज जाट, महिला एवं बाल विकास की सुपरवाईजर, स्वास्य विभाग स्टाफ, राजस्व विभाग स्टाफ, पत्रकार नवदीप शर्मा, प्रदीप तोमर, राजेश पण्डा एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
मैं सेवा को तैयार हँू: सरपंच
इस मौके पर ग्राम के ही सरपंच डीएस यादव द्वारा द्वारा हर संभ्व मदद की बात कही उन्होने कहा कि मैं इस पुनीत कार्य की मदद के लिए तन मन धन सब लगा दूॅंगा जब वाहर से आकर हेल्पिंग हेण्ड वेलफेयर सोसायटी यहॉं इतना बड़ा कदम उठा रही है तो मैं तो इसी पंचायत का निवासी हूॅं जो भी मुझसे हो सकेगा मैं इन लोगों के लिए हमेशा तैयार रहूॅंगा। यह एक अनूठी पहल है जिसमें एक सपना देखा गया है और हम इस सपने को हर हालत में साकार करेंगे।