जेल में लगेंगी मीसाबंदियों के नाम की पट्टिका
भोपाल। गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि मीसाबंदी जिस जेल में बंदी रहे, वहां उनके नाम की पट्टिका लगाई जायेगी। श्री गौर झाबुआ जिले के थांदला में खेल-मेला एवं युवा-सम्मेलन के पुरस्कार वितरित कर रहे थे। श्री गौर ने कहा कि मीसाबंदियों ने राष्ट्र और समाज के लिए यातनाएं सही है। वे निर्दोष थे, पर बंदी बनाये गये, उनके योगदान और देश सेवा को ध्यान में रखकर सरकार ने यह निर्णय लिया है। इस संबंध में जेल विभाग को निर्देश दिये जा रहे है। श्री गौर ने मेले और युवा मंडल के प्रयासों की सराहना की।
स्वागत योग्य पहल: शर्मा
भारती जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को आजादी दिलाई थी। राजनैतिक आजादी और लोकतंत्र को 1975 में आपातकाल का विरोध करते हुए जेल यातना सहने वालों, लोकतंत्र रक्षकों ने लोकतंत्र बहाल किया। यह उनका देश के प्रति योगदान उसी तरह स्तुत्य है। लिहाजा जिस तरह देश के जोलों में स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के नाम पट लगाकर उनके योगदान का स्मरण किया गया है। मीसाबंदियों के नाम पर भी जेलों में प्रदर्शित किये जाने की राज्य सरकार की पहल वास्तव में अनुकरणीय स्वागत योग्य है।
श्री शर्मा ने मीसाबंदियों के नाम पर जेलों में नाम पट लगाये जाने के निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चैहान और गृह एवं जेल मंत्री श्री बाबूलाल गौर के प्रति आभार व्यक्त किया है। रघुनंदन शर्मा ने कहा कि मीसाबंदियों को वास्तविक रूप से वह सभी सम्मान और सुविधाएं देय होना चाहिए। जो स्वतंत्रता सैनानियों को दी जा रही हैं।