दूसरे विश्व युद्ध के शहीदों को याद किया अमेरिका ने
वाशिंगटन। प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में हुए दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति की 70वीं वर्षगांठ पर अमेरिका ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी हैI इस मौके पर कई समारोह का आयोजन भी किया गया I
जानकारी को कि अमेरिकी में दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रशांत महासागर और एशियाई महाद्वीप क्षेत्र में मारे गए अमेरिकी और अपने भागीदारों सैनिकों की याद में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया I इन कार्यक्रमों में सरकार, प्रशासन और सेना के अधिकारियों से लेकर सैनिक, उनके परिवार के लोगों के साथ शहीदों के परिजनों ने भी हिस्सा लिया I इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने इस मौके पर बताया कि गत वर्ष उन्होंने इस वर्षगांठ के लिए युद्ध से संबंधित दो प्रमुख स्थलों पर्ल हार्बर स्थित यूएसएस एरिज़ोना मेमोरियल और सोलोमन द्वीप में अमेरिकी गुआडलकैनाल मेमोरियल स्थल का दौरा किया था I दोनों युद्धस्थल ही वर्तमान में युद्ध में मारे गए सैनिकों की बहादुरी के गवाह बने हुए है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि पिछले सात दशकों से संयुक्त राज्य अमेरिका युद्ध की तबाही से प्रभावित एशिया-प्रशांत क्षेत्र की वृद्धि के लिए सक्रिय भागीदार रहा है। इसके लिए इस क्षेत्र के मित्रों और सहयोगी देशों विशेषकर जापान के साथ कई रूपों में हमारे संबंधों में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। ‘एशियाई चमत्कार’ के रूप में चर्चित एशिया-प्रशांत क्षेत्र ने लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के साथ ही वैश्विक आर्थिक विकास के लिए इंजन का काम किया है। संयुक्त राज्य अमेरिका क्षेत्र की स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने, संस्थानों, नेटवर्क, नियमों को मजबूत बनाने के साथ ही लोकतंत्र के विस्तार के लिए सहयोगी दलों के साथ काम करने की अपनी सक्रिय भागीदारी को जारी रखेगा।
जानकारी हो कि 2 सितंबर 1945 को टोकियो खाड़ी में पहुँचे अमेरिकी युद्धपोत "मिसौरी" पर जापानी बलों ने बिना शर्त आत्मसमर्पण के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर कर दिए थे।