जनमानस
समान काम, समान वेतन पर अध्यापक वर्ग की हड़ताल
समान काम, समान वेतन को लेकर अध्यापक वर्ग ने जो हड़ताल (आंदोलन) किया, साथ ही छठे वेतन के पुरी किश्त की मांग को लेकर राजधानी में जो प्रदर्शन किया जो कि विगत 13 दिनों से चल रहा है। चेतावनी देने के बाद भी प्रदेश सरकार नहीं जागी और शिक्षकों के साथ अभद्र पूर्ण व्यवहार किया जो बड़ा शर्मनाक रहा। शिक्षक ही एक ऐसा व्यक्ति है जो भविष्य बनाता है। दिन रात मेहनत करता है। प्रदेश के सारे कार्य भी वही लपेट लिया जाता है। अगर शिक्षकों द्वारा समान काम, समान वेतन एवं छठवे वेतनमान की पूरी किश्त की मांग करता है तो कोई गलत मांग नहीं है। देश के नेताओं विधायकों को लाभ दिया जाता है लेकिन देश का नाम एवं छात्रों के रात दिन मेहनत करने वाले शिक्षक को उसका लाभ नहीं मिलता है और वह अपना अधिकार मांगता है तो कोई गलत बात नहीं है। अत: प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय से एवं प्रदेश सरकार से अनुरोध है कि शिक्षकों को समान कार्य, समान वेतन एवं छठवे वेतनमान की किश्तों का भुगतान किया जाये शिक्षकों को उसका हक दिया जाना चाहिए वे अपना हक मांगते हैं किसी से भीख नहीं मांगते है।
अशोक शिरढोणकर, ग्वालियर