फजीहत की विज्ञान प्रदर्शनी

राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में शामिल होने भटकते रहे छात्र-छात्राएं

अशोकनगर | राज्य स्तरीय इंस्पायर अवॉर्ड विज्ञान प्रदर्शनी का राजधानी भोपाल में आयोजन होना है। यह आयोजन सोमवार 21 सितम्बर को शुरू होगा। जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी में चयनित 29 अवॉडी छात्र-छात्राओं को इस प्रदर्शनी में शामिल होना है। मगर शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही के कारण ये अवॉडी रविवार को घण्टों परेशान होते रहे। परेशानी की हद तो तब हो गई जब भोपाल जाने के लिए जिला मुख्यालय पर सुबह 9 बजे पहुंचे के निर्देश अवॉडियों को जिस मोबाइल से विभाग द्वारा दी गई थी। मुख्यालय पर पहुंचे इन छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने जब उक्त नम्बर से सम्पर्क किया तो उस पर किसी ने जबाव ही नही दिया। जिले में इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी से चयनित हुए छात्र-छात्राओं को भोपाल भेजने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा वाकयदा सूचना चारों ब्लाकों के छात्रों तक पहुंचाने के आदेश संबंधित विकासखण्डों को भी भेजे थे। पर राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में शामिल होने के लिए चयनित छात्र-छात्राओं को कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ा।

रविवार को इंटरसिटी से भेजने की थी तैयारी
ग्वालियर से भोपाल तक चलने वाली इंटरसिटी ट्रेन से जिले के छात्रों को भोपाल तक भेजने की तैयारी शिक्षा विभाग द्वारा की गई थी। और इसी के हिसाब से जिले के सभी चयनित छात्र-छात्राओं को 10 बजे तक आवश्यक रूप से आने के निर्देश दिए गए थे। मगर रविवार-बुधवार को इंटरसिटी ट्रेन बंद रहती है। फिर भी शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों को जिला मुख्यालय पर बुला लिया। सभी चयनित छात्र अपने निर्धारित समय पर उत्सुकता के साथ जिला शिक्षा कार्यालय पर हाजिर हो गए। पर न तो ट्रेन थी और न ही शिक्षा विभाग के अधिकारी इन छात्रों को रवाना करने के लिए पहुंचे थे। इन सभी छात्र-छात्राओं के साथ दो विज्ञान शिक्षकों भेजा जा रहा है। वह शिक्षक भी वहां पहुंच गए मगर छात्रों को ले जाने के लिए उनके सामने भी समस्या की वह कैसे इन छात्रों को भोपाल तक पहुंचाएं। इस संबंध में बताया गया है कि दोपहर बाद छात्रों को भोपाल तक ले जाने के लिए एक निजी स्कूल बस की आनन-फानन में व्यवस्था कराई गई। तब कहीं जाकर मायूस छात्रों की कुछ हद तक उम्मीदें जागी।

छात्रों के साथ अभिभावक भी परेशान:
राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी में शामिल होने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी परेशान नजर आए। इस प्रदर्शनी में शामिल होने जा रहीं छात्राओं के परिजनों ने किसी महिला शिक्षिका की ड्यूटी न लगाने पर भी कड़ा एतराज भी जताया। पर उनकी सुनने के लिए वहां कोई भी शिक्षा अधिकारी नही था। वहीं सुबह घर से आए भूखे प्यासे इन छात्रों को डीईओ ऑफिस में घण्टों रुककर परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सबसे ज्यादा ईसागढ़ के छात्र:
जिले में 9 सितम्बर से 14 सितम्बर तक दो चरणों में इंस्पायर अवॉर्ड विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित हुई। जिसमेंं जिले के चारों ब्लाकों में से सबसे ज्यादा छात्र-छात्राएं ईसागढ़ ब्लाक से चयनित हुए थे। ब्लाक वार चयनित छात्रों में ईसागढ़ से 12, मुंगावली से 9, चंदेरी से 5 और अशोकनगर से 3 हैं। जबकि जिले में विज्ञान प्रदर्शनी में चारों विकासखण्डों के 480 अवॉडी छात्र छात्राओं ने विज्ञान के विभिन्न मॉडलों का प्रदर्शन किया। इनमें से 29 अवॉडी छात्र छात्राएं राज्य स्तरीय इंस्पायर अवॉर्ड हेतु चयनित किये गये।

पहले सम्मान फिर तबज्जो नहीं
जिला स्तरीय इंस्पायर अवॉर्ड मेंं माध्यमिक शाला वक्तर के छात्र जितेन्द्र तिवारी द्वारा निर्मित विज्ञान मॉडल ओजोन परत क्षरण, माध्यमिक शाला शाढौरा के छात्र अमीन बेग का मॉडल विद्युत जनित्र, माध्यमिक शाला ईंदोर के छात्र शत्रुध्न परिहार, माध्यमिक विद्यालय पारकना के छात्र इन्द्रपाल सिंह का विज्ञान मॉडल ऊर्जा का रूपान्तरण, माध्यमिक विद्यालय सेहराई के छात्र करण शर्मा का मॉडल अवशिष्ट प्रबंधन संयंत्र, मदरसा चंदेरी की छात्र जीनत बानो आदि को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया था। इनके अलावा अन्य छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया था। रविवार को जिला मुख्यालय पर आए छात्र-छात्राओं और उनक अभिभावकों का कहना था कि पहले तो सम्मानित करके वाहवाही की मगर जैसे ही राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में जाने का समय आया तो सबने किनारा कर लिया। यहां तक कि अब अधिकारी भी फोन पर सुनने तैयार नही है।

Next Story