आंतिया तालाब में मोर छठ विसर्जन के देने पड़े 50 रुपये

*क्षेत्रीय पार्षद सहित भाजपा नेता राजू बुकसेलर मौके पर पहुंचे
*पीपीपी मॉडल की फाइल सदन में की जाएगी तलब
झांसी। नगर निगम द्वारा आंतिया तालाब को ठेका प्रणाली पीपीपी मॉडल पर दे दिया गया है। हालांकि इस मामले में सदन की बैठक में पीपीपी मॉडल प्रणाली को लेकर पार्षदों द्वारा बहिष्कार भी किया गया था। लेकिन इसके बावजूद भी पार्षदों की आवाज पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, बल्कि इसका विरोध रायकवार समाज के लोगों ने भी किया था और इस मामले में प्रदर्शन कर ज्ञापन भी दिया था, फिर भी आंतिया तालाब को पीपीपी मॉडल पर नगर निगम ने दे दिया। यह समस्या पीपीपी मॉडल को लेकर शुरू से ही चली आ रही थी।
शहर के अन्य पार्क भी पीपीपी मॉडल पर देने के लिये नगर निगम की तैयारी चल रही है, जबकि नगर निगम द्वारा इस मामले में शहर को सौन्दर्यीकरण बनाना है। आंतिया तालाब का ठेका लिये पीपीपी मॉडल का कार्य देख रहा ठेकेदार ने मोरछठ की मोर विसर्जन करने के लिये आंतिया तालाब में आये लोगों से 50 रुपये की रसीद काटी इस पर क्षेत्रीय पार्षद लखन कुशवाहा सहित धीरज रायकवार, सुरेश गोपी मौके पर पहुंचे और उन्होने इस मामले को लेकर विरोध करना शुरु कर दिया जिस पर ठेकेदार ने पार्षदों की एक नहीं सुनी। उक्त मामले को लेकर पार्षदों ने महापौर को फोन किया। मौके पर पहुंचे भाजपा नेता राजू बुकसेलर ने ठेकेदार से इस मामले में बात की जिसमें कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों के मामले में किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता, जबकि यह परम्परा मोरछठ की आंतिया तालाब विसर्जन की वर्षों से चली आ रही है।
भाजपा नेता राजू बुकसेलर ने ठेकेदार को चेतावनी देते हुये कहा कि पीपीपी मॉडल की फाइल जल्द ही सदन में तलब की जाएगी जिसमें पार्षदों द्वारा इस मामले में जांच होगी। फिलहाल मामला आंतिया तालाब में मोरछठ विसर्जन को लेकर काफी बढ़ गया। मोरछठ विर्सजन करने आये लोगों ने भी पीपीपी मॉडल पर आंतिया तालाब को दिये जाने का विरोध किया। इस मामले में रायकवार समाज के किशोरी लाल रायकवार सहित समाज के अन्य लोगों ने भी आंतिया तालाब को पीपीपी मॉडल से हटाने की मांग की है। जिसमें रायकवार समाज के नेताओं का कहना है कि वर्षों से रायकवार समाज द्वारा आंतिया तालाब की देखरेख की जा रही है व इसमें मछली पालन भी रायकवार समाज द्वारा किया जाता है। लेकिन पीपीपी मॉडल द्वारा कार्य किये जाना आंतिया तालाब को बेच दिया गया है। समाज के लोगों ने इस संदर्भ में जिलाधिकारी व मण्डलायुक्त से मांग की है कि आंतिया तालाब को पीपीपी मॉडल प्रणाली से हटाया जाए।