धरने पर बैठी सोनिया ने लगाया प्रधानमंत्री पर अनदेखी का आरोप

नई दिल्ली| कांग्रेस के नेताओं ने गुरुवार को संसद भवन परिसर में काली पट्टी बांधकर फिर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले सांसदों और कांग्रेस नेताओं का नेतृत्व कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने किया I धरने में पूर्व प्रधामंत्री डॉ मनमोहन सिंह भी शामिल थे I कांग्रेस के इस विरोध-प्रदर्शन में जेडी(यू), सीपीआई और सीपीएम के नेता भी शामिल थे। सांसदों के निलंबन को कांग्रेस के साथ ही पूरे विपक्ष ने गलत बताया है।
धरने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिआ गांधी ने नगा शांति समझौते के लिए क्षेत्र के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को विश्वास में नहीं लेने पर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। सोनिया ने आरोप लगाया कि समझौते को करने से पहले प्रधानमंत्री ने कांग्रेस शासित मणिपुर, असम तथा अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से कोई विचार-विमर्श नहीं किया, जबकि ये राज्य समझौते से पूरी तरह प्रभावित है । उन्होने कहा कि यह कदम सरकार के अहंकार को दिखाता है। उन्होने कहा कि यह समझौता ऐतिहासिक हो सकता है, लेकिन क्या प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत नहीं करनी चाहिए थी?
इस मौके पर कांग्रेस सांसदों के निलंबन से नाराज राहुल गांधी ने कहा, 'संसद में हमारी आवाज दबायी जा रही है।' उन्होंने नगा समझौते को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि तीन राज्यों मणिपुर, असम और अरुणाचल प्रदेश की आवाज को भी दबाया जा रहा है।
जानकारी हो कि गत सोमवार को केंद्र सरकार के द्वारा नागालैंड में हिंसा की गतिवधियों को रोकने के लिए नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (आईएम) के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गये थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को ऐतिहासिक करार दिया था।