पूछ रहे हैं ग्रामीण, कम मिलेंगी सुविधाएं?

भितरवार। भितरवार विकास खण्ड के अन्तर्गत आने वाले कई गाँवों में आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। वर्षों से लोगों को सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जिससे ग्रामीणों के जहन में यह सवाल गूँज रहा है कि आखिर हमें कब इन सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
जनपद पंचायत भितरवार के अन्तर्गत 82 ग्राम पंचायतें आती हं। इनमें आधी से अधिक ग्राम पंचायतों के रहवासी आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। कई गाँवों में सड़क नहीं हैं। दल-दल बनी कीचड़ में से राहगीर निकलने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं अधिकांश गाँवों के उपस्वास्थ्य केन्द्र सिर्फ नाम के हैं। यहां ग्रामीणों को हमेशा अस्पताल के खुलने का इंतजार रहता है। क्योंकि गाँवों के स्वास्थ्य केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ स्टॉफ के दर्शन ग्रामीणों को कभी-कभार होते हैं। इसी प्रकार गाँवों में बने शासकीय विद्यालयों का भी बुरा हाल है। कई स्कूल तो महीने में दो-चार दिन ही खुलते हैं। अधिकांश विद्यालयों के शिक्षक अपनी मनमर्जी से विद्यालय संचालित कर रहे हैं। जिसका उदाहरण आए दिन अधिकारियों के निरीक्षण में देखने को मिलता है। अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण में कई बार स्कूलों में ताले डले मिले तो कहीं स्टॉफ नदारत मिला। ऐसी स्थिति में ग्रामीण बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
इन गांवों के हालात सबसे खराब
विकास खण्ड के अन्तर्गत आने वाले ग्राम गड़ाजर, इकहरा, भानगढ़, निवी, वन्हैरी, खड़ौआ, रामजीपुर, सिला, पलायछा, ईटमा, पचौरा, भौरी आदि, गांवों में सड़कें नहीं हैं। मार्ग पर दल-दलनुमा गंदगी पसरी है, जहाँ से लोगों का निकलना दूभर हो रहा है। कई बार इन गाँवों के रास्ते पर वाहन चालक कीचड़ में फिसलकर घायल हो चुके हैं। ग्रामीण बताते हैं कि इन गाँवों में निर्माण कार्य घटिया गुणवत्ता के हुए हैं। इन कार्यों में कर्मचारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। जिससे कुछ समय पूर्व बनीं सड़कें दल-दल में परिवर्तित हो गई हैं।