आखिर शवों को मिली दो गज जमीन

ग्वालियर। पन्द्रह दिन से लावारिस पड़े तीन शवों को आखिरकार कफन और दो गज जमीन नसीब हो गई। उल्लेखनीय है कि अज्ञात मृतकों के शव पिछले पन्द्रह दिन से जयारोग्य स्थित शव विच्छेदन गृह में सड़ रहे थे। 'स्वदेश' ने अपने एक अगस्त 2015 के अंक में 'न दो गज जमीन मिली और न ही कफन' शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस मामले का खुलासा किया था। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन, पुलिस व अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में हस्ताक्षेप करते हुए शनिवार को इन शवों का विधिवत अंतिम संस्कार करा दिया।
जानकारी के अनुसार स्वदेश में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए शनिवार को सुबह संभागायुक्त के.के. खरे ने संबधित अधिकारियों के साथ तीन घण्टे तक बैठक कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए, ताकि भाविष्य में ऐसी अव्यवस्थाओं के कारण अज्ञात शवों की दुर्गति न हो। इस बैठक में महानिरीक्षक आर्दश कटियार ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन पुलिस को पूरी जानकारी देगा और स्पष्ट मत हिन्दी में लिखकर देगा। बैठक में संभागायुक्त के.के. खरे, कलेक्टर संजय गोयल, पुलिस महानिरीक्षक आदर्श कटियार, पुलिस अधीक्षक हरिनारायणचारी मिश्रा, चिकित्सा महाविद्यालय के डीन जी.एस. पटेल, जयारोग्य अधीक्षक जे.एस. सिकरवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन, अपर कलेक्टर शिवराज वर्मा एवं डॉ. अर्चना शिंगवेकर तथा अन्य संबधित अधिकारी उपास्थित थे।

यह लिया निर्णय

* अस्पताल प्रबंधन अज्ञात शवों की सूचना पुलिस को देगा।
*शवों को 72 घण्टे तक शवगृह में रखने के बाद पुलिस के निर्देश पर प्रबंधन समाजसेवी संस्था ऑनलाइन सर्विसेस की मदद से दफन कराएगा।
* शवों को सुरक्षित रखने के लिए दस बॉडियों को रखने वाले पांच डीप फ्रीजर खरीदे जाएंगे।
* शवों के अंतिम संसकार किस परिस्थिती में कौन करेगा, यह तय कर दिया गया है।
* अस्पताल प्रबंधन थाने में सूचना अंग्रेजी के स्थान पर हिन्दी में लिखकर देगा।
* छात्रों के प्रयोग हेतु प्रयोगशाला के लिए शव दिए जाएंगे।
* आगे से 15 दिन के अंदर पीएम रिपोर्ट, एमएलसी एवं एक्सरे पुलिस को उपलब्ध कराए जाएंगे।

जिला अस्पताल मुरार में जल्द होंगे अंत:परीक्षण

बैठक के दौरान संभागायुक्त के.के. खरे ने मुरार जिला चिकित्सालय अधीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि शवगृह जल्द से जल्द तैयार कराया जाए, जिससे मुरार जिला अस्पताल में भी शवों के अंत:परीक्षण की प्रक्रिया शुरू की जा सके और जयारोग्य अस्पताल पर दबाव कम किया जा सके। इस पर कलेक्टर संजय गोयल ने रोगी कल्याण समिति की निधि से पोस्टमार्टम कक्ष बनाने के लिए प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश अस्पताल अधीक्षक को दिए हैं।

Next Story