पानी-पानी हुआ श्योपुर, आवागमन अवरुद्ध

*बांधों में आया उफान, बड़ौदा बना टापू, रेलवे ट्रेक पर भरा पानी *बाढ़ की चपेट में आए तीन चरवाहे रेस्क्यू टीम ने बचाया
श्योपुर। अंतत: मानसून की बारिश में पहली बार श्योपुर जिला पानी-पानी हो गया। रविवार की रात से ही जारी झमाझम बारिश सोमवार दोपहर तक जारी रही जिससे बंजारा बांध ऊफान पर रहा। वहीं आवदाड डेम इस बार पहली बार ओवरफ्लो हो गया। जगह-जगह नदी-नाले उफान पर आ गए जिससे कई गांवों व कस्बों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया। बड़ौदा कस्बा झमाझम बारिश के चलते टापू बना गया। वही रेलवे ट्रेक पर पानी भर गया। सीप नदी में आई बाढ़ की चपेट में तीन चरवाहे फंस गए जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। स्थिति यह रही कि सोमवार दोपहर तक जिला बारिश से तरबतर रहा।
शहर के आसपास उफने नदी-नाले
रविवार रात से ही जारी बारिश के दौर सोमवार दोपहर तक चला। कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश के चलते शहर में 12 घंटे में ही 34 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं शहर सहित कराहल क्षेत्र की बारिश से शहर के आसपास की अमराल, कदवाल और सीप नदियों में उफान आ गया। सीप के उफान आने से जहां बंजारा डैम ओवर लो रहा, वहीं कदवाल के उफान पर आने से हाथी टीला, व गुप्तेश्वर पुलिया पर पानी भरने से कई गांवों का शहर से संपर्क कट गया। वहीं गुप्तेश्वर मंदिर में भी पानी भर गया। इसके अलावा सुबह के समय बावंदा नाला भी उफान पर आ जाने से श्योपुर-शिवपुरी मार्ग पर एक घंटे तक यातायात बाधित रहा।
बाढ़ में फंसे चरवाहों को रेस्क्यू टीम ने बचाया
मिली जानकारी के अुनसार मानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कल्याणपुरा निवासी तीन चरवाहे अपने पशुओं को चराने के लिए सीप नदी के किनारे पर गए लेकिन दोपहर 12 बजे के आसपास अचानक सीप नदी में पानी बढ़ जाने के कारण तीनों चरवाहे टापू पर फंस गए। पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो मानपुर टीआई मनोज झा के नेतृत्व में दल पहुंचा, वहीं जिला बाढ़ राहत टीम को भी सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। काफी जद्दोजहद के बाद शाम 4 बजे के आसपास एक चरवाहा रामनाथ पुत्र दौलतराम बैरवा को निकाल लिया गया, जबकि दूसरे टापू पर फंसे गोपाल पुत्र देवीराम बैरवा और सुरेश पुत्र देवल्या बैरवा को समाचार लिखे जाने तक रेस्क्यू किया जा रहा था।
नालों में उफान से बड़ौदा बना टापू
छोटे-बड़े नालों से घिरा बड़ौदा कस्बा जिले हुई भारी बारिश के चलते टापू बन गया। कस्बे के आसपास की निचली बस्ती में पानी भर गया। हालात यह रहे कि नगर की अस्पताल पुलिया, रतोदन पुलिया और बस स्टैंड पुलिया पर पानी भरने से आवागमन बंद हो गया जिससे दिनभर लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रेलवे ट्रैक पर नहीं दौड़ी रेल
वनांचल में हुई बारिश से सरारी नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके कारण गिरधरपुर के निकट गोठरा-लाडपुरा मार्ग के रपटे पर पानी भर गया। वहीं नेरोगेज ट्रैक पर भी दो-दो फीट पानी हो गया। ट्रैक पर पानी होने के कारण सुबह 11 बजे सबलगढ़ से श्योपुर आने वाली और शाम 5 बजे ग्वालियर से श्योपुर आने वाली रेलें श्योपुर नहीं आ पाईं।