दूरस्थ संस्थान में घपले को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन
ग्वालियर। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रदेश सचिव सचिन द्विवेदी के नेतृत्व में बुधवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के बाहर धरना प्रदर्शन कर कुलसचिव आनंद मिश्रा को 10 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
श्री द्विवेदी ने अपनी मांगों के संबंध में बताया कि वर्ष 2010 की कार्यपरिषद की बैठक में दूरस्थ शिक्षण संस्थान में फीस वृद्धि का फैसला लिया गया था। वर्ष 2010 से लेकर अभी तक डिस्टेंस के कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए। पीएचडी एवं एमफिल की प्रवेश परीक्षा की दिनांक अलग-अलग कराई जाएं। मेडीकल कोर्स एवं प्रोफेशनल कोर्स की परीक्षाएं परीक्षा भवन में ही कराई जाएं। अगर परीक्षा भवन में पर्याप्त स्थान न हो तो सरकारी कॉलोजों को ही परीक्षा केन्द्र बनाया जाए। छात्र नेता ने बताया कि आर्य भट्ट छात्रावास में रहने वाले छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए छात्रावास के वार्डन डीसी गुप्ता को हटाया जाए। छात्रों को कुलसचिव ने आश्वासन दिया कि डिस्टेंस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में आर्यन शर्मा, भूपेन्द्र कंसाना, विजय सिकरवार, सरफराज, सरवेश शर्मा आदि शामिल थे।
वेबसाइट पर नहीं डली शिक्षकों की जानकारी
छात्र नेताओं का कहना था कि जीवाजी विवि में संचालित सभी पाठ्यक्रमों में कितने स्थाई प्रोफेसर कक्षाएं और कितने अतिथि शिक्षक कक्षाएं लेते हैं। इसकी जानकारी के लिए सभी कक्षाओं की समय सारणी विवि की वेबसाइट पर डाली जाए।
''दूरस्थ शिक्षण संस्थान के मामले में कार्यपरिषद की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।ÓÓ
आनंद मिश्रा, कुलसचिव, जीवाजी विवि