पड़ाव पर बनेगा ई-लर्निंग कॉम्पलेक्स

एक मंजिल और बढ़ाकर उसे बेच देंगे तो खर्च निकल आएगा: खुशबू
ग्वालियर। नगर निगम को दो करोड़ रुपए खर्च कर ई-लर्निंग के लिए भवन का निर्माण कराना ही है तो क्यों न दो मंजिल की जगह तीन मंजिल का निर्माण कराकर उसमें से भूतल पर दुकानों का निर्माण कराकर उसे बेच दें, जिससे निगम का पैसा निकल आएगा। यह सुझाव मंगलवार को आयोजित हुई महापौर परिषद की बैठक में शेल्टर होटल के सामने वाली जमीन पर प्रस्तावित कॉम्पलेक्स निर्माण के संबंध में राजस्व प्रभारी श्रीमती खुशबू गुप्ता ने दिया, जिस पर सभी ने अपनी सहमति जताई।
महापौर विवेक शेजवलकर की अध्यक्षता में आज शहर विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों की स्वीकृति के लिए महापौर परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में तय बिन्दुओं के साथ एक अलग से बिन्दु पर चर्चा की गई। इस बिन्दु में शहर में केन्द्र, प्रदेश सरकार, नगर निगम एवं जिला प्रशासन के प्रोजेक्टों के लिए ई-तकनीक के माध्यम से शहरवासियों को प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके लिए होटल शेल्टर के सामने पुराने जनसम्पर्क भवन की जमीन पर कॉम्पलेक्स के निर्माण की स्वीकृति चाही गई थी। सिटी प्लानर द्वारा दिए गए प्रोजेक्ट पर राजस्व प्रभारी श्रीमती खुशबू गुप्ता ने कहा कि जब हमें दो करोड़ रुपए खर्च कर कॉम्पलेक्स बनाना ही है तो क्यों न हम दो मंजिल की जगह तीन मंजिल का बना दें और भूतल में दुकानें बनाकर उन्हें बेच दें, जिससे निगम का खर्च निकल जाएगा। इस बात पर सभी ने एकमत से सहमति देते हुए फिर से प्रस्ताव बनाकर लाने के लिए सिटी प्लानर को आदेश दिया। बैठक में सम्पत्तिकर जमा कराने में 31 अगस्त तक छह प्रतिशत की छूट दिए जाने की भी स्वीकृति दी गई। कम्पू स्थित पुराने बस स्टैण्ड की जगह पर मल्टीलेबल पार्किंग बनाए जाने को भी स्वीकृति दी गई। नगर निगम की कचरा प्रबंधन व्यवस्था एवं स्ट्रीट लाइट की कार्ययोजना दक्षिण कोरिया एशिया से कराने एवं संस्था के प्रस्ताव अनुसार राशि 45,11,000 में से निगम अंश राशि 15,00,000 के व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में निगमायुक्त अजय गुप्ता, महापौर परिषद के सदस्य सतीश बोहरे, बाबा गंगाराम बघेल, धर्मेन्द्र राणा, धर्मेन्द्र सिंह तोमर गुडडू, श्रीमती नीलिमा शिन्दे, श्रीमती मीना शिवराम जाटव, केशव सिंह, खेमचंद गुरवानी, अपर आयुक्त एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।