बाबूगिरी कर रहे दो दर्जन शिक्षकों को जिलाधीश ने पहुंचाया स्कूल

अटैच शिक्षकों को विभाग प्रमुखों ने किया भार मुक्त
श्योपुर | कलेक्टे्रट के विभिन्न विभागों मेंं अटैचमेंट कराकर बाबूगिरी कर रहे शिक्षकों को जिलाधीश ने वापस स्कूलों का रास्ता दिखा दिया है। जिलाधीश के आदेश पर बुधवार को विभिन्न विभागों में अटैच शिक्षकों को विभाग प्रमुखों ने कार्यमुक्त कर दिया है। इसके साथ ही डीईओ ने पांच शिक्षकों को नोटिस भी जारी किए हैं।
गौरतलब है कि जिले में स्कूलों को छोड़कर बड़ी संख्या में शिक्षक विभिन्न विभागों में अटैचमेंट पर जमे हुए हैं। स्थिति यह है कि जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय, बीआरसी, डाइट, एसडीएम कार्यालय, निर्वाचन कार्यालय, तहसील कार्यालय सहित विभिन्न विभागों में लगभग दो दर्जन शिक्षक अटैचमेंट पर जमे हुए थे। पिछले दिनों स्कूली शिक्षा विभाग ने गैर शिक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को वापस स्कूलों में भेजने के निर्देश दिए थे, यही वजह है कि जिलाधीश धनंजय सिंह ने मामले केा गंभीरता से लिया और डीईओ को इस संबंध में कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी के तहत बुधवार केा जिला कलेक्ट्रेट के विभिन्न विभागों के साथ ही जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय और बीआरसी कार्यालय में अटैच 23 शिक्षकों को कार्यमुक्त करते हुए पदस्थी वाले में स्कूलों में ज्वाइनिंग देने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पांच शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस
गैर शिक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को कार्यमुक्त किए जाने के आदेश के साथ ही जिला शिक्षाधिकारी अजय कटियार ने पांच उन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं, जो विभिन्न विभागों में अटैचमेंट के नाम पर आए थे, लेकिन वहां भी वे कार्य नहीं कर रहे थे। डीईओ कटियार ने बताया कि जिन पांच शिक्षकों को नोटिस जारी किए हैं, उनमें उपेंद्र सक्सैना, उर्मिला खरे, ललित सिसौदिया आदि शामिल हैं। डीईओ कटियार ने कहा कि बिना अनुमति स्कूलों से गायब रहने और गैर शिक्षिकीय कार्य में लिप्त होने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।