जमीन जाने के डर सेकिसान की सदमे से मौत

वर्षों से काबिज किसानों की हजारों बीघा जमीन हथियाने की धमकी दे रहा है वन विभाग

श्योपुर । बड़ौदा तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ों किसान इन दिनों वन विभाग की दबंगता से पीडि़त बने हुए है। वर्षो से काबिज किसानों को भूमि से बेदखल करने की वन विभाग की धमकी से गुरूवार को एक किसान की अटैक से मौत हो गई।
वन विभाग की हठधर्मिता व दबंगता पूर्ण कार्यप्रणाली के खिलाफ सेकड़ों किसान जिला मुख्यालय पर पहुंचे, जहां कलेक्टर कार्यालय का घेराव करते हुए जिलाधीश को पीड़ा बताई। जानकारी अनुसार बड़ौदा क्षेत्र के नयागांव तेखण्ड, मेढख़ेड़ी, पटना, बाराभैरू, किरवाडिय़ा, बागल्दा, खैरीपुरा की करीब चार हजार बीघा जमीन है, जिसके न केवल वह भूमि स्वामी है बल्कि वर्षो से उक्त भूमि पर फसल भी पैदा कर रहे है, लेकिन विगत सप्ताह भर से वन विभाग का अमला उक्त किसानों की भूमि को वनविभाग की भूमि बताकर बेदखल करने एवं खेत जोतने पर ट्रेक्टर-ट्रॉली जप्त करने के साथ एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दे रहा है, जिससे न केवल किसान चिंतित है, बल्कि एक किसान गोपीलाल पुत्र रामनिवास मीणा 50 निवासी मेढख़ेड़ी की जमीन जाने के सदमे में गुरूवार की सुबह अचानक मौत हो गई।
किसानों का कहना था कि वन विभाग गोपीलाल की करीब 90 बीघा जमीन को हथियान की तैयारी कर रहा था, यह ही नहीं विभाग की धमकी के बाद कई किसानों के घरों में चूल्हे तक नहीं जल रहे है।
जिला मुख्यालय डाला डेरा, बताई पीड़ा : वन विभाग धमकी से पीडि़त करीब दो सैकड़ा कि सान ट्रेक्टर-ट्रॉली में भरकर जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह सिसौदिया व भाजपा उपाध्यक्ष रामलखन नापाखेड़ली के नेतृत्व कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया एवं पहले एसडीएम के.के. गौर तथा बाद में कलेक्टर डीएस भदौरिया से मिलकर अपनी पीड़ा बताई।

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