जनमानस
दिल्ली की झगड़ालू सरकार
दिल्ली की जनता ने बदलाव के लिए आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत से जिताया और स्वच्छ प्रशासन, जनहित के कार्यों के लिए चुना, किन्तु केन्द्र व उपराज्यपाल से टकराव सरकार का सबब बनता जा रहा है। हाईकोर्ट के फैसले और केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार के अधिकार और दायित्वों के प्रति दिशा-निर्देश स्पष्ट किए, किन्तु केजरीवाल सतत् टकराव के नुस्खे जैसे दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने हेतु जनमत संग्रह इत्यादि जनहित के मुद्दों के प्रति पार्टी सजगता नहीं दिखा रही है और केजरीवाल अपने किए जनहित के वादों को पूरे करने में असमर्थ हो रहे हैं। जब केन्द्र और उपराज्यपाल से सतत् संघर्ष करेंगे तो अपनी नीतियां बनाने के कानून तथा इन्हें लागू करने के लिए पैसे कैसे आसानी से प्राप्त होंगे। लगातार महज जनता का ध्यान बंटाने की भला कोशिशें नहीं की जा रही है? केजरीवाल झगड़ालू प्रवृत्ति छोड़ें, सकारात्मक कदम उठाएं।
सतीशचन्द्र चड्ढा