प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने कहा स्किल इंडिया की सफलता से 50 करोड़ युवा होंगे प्रशिक्षित

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने कहा कि मेक इन इंडिया ने किशोरों और युवकों में आशाओं की किरण जगाई है। क्योंकि मेक इन इंडिया से औद्योगिक विकास की संभावनाएं धरातल पर आई हैं, लेकिन भारत इस बात पर आत्ममुग्ध है। आज मेक-इन-इंडिया के लिए मजदूरों की नहीं हुनरमंद युवकों की आवश्यकता है। जिसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्र में प्रथक मंत्रालय की स्थापना की है और हर राज्य में स्किल इंडिया केंपेन आरंभ किया गया है।
उन्होंने कहा कि युवकों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देने के लिए 2020 तक 60 करोड़ युवकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मिशन को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने 5040 करोड़ रू. की राशि आवंटित की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग में कहा है कि शिक्षण, प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन करने पर जो धन खर्च होगा वह राष्ट्र की प्रगति के लिए निवेश है। इससे देश की उत्पादकता और कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। मेक-इन-इंडिया, डिजीटल इंडिया, राष्ट्रीय ऊर्जा मिशन जैसे तमाम अभियानों के लिए हुनरमंद कुषल कर्मियों की आवष्यकता है। स्किल इंडिया केंपेन की सफलता से हुनरमंद भारत का सपना पूरा होगा और भारत व्यावसायिक स्पर्धा में दुनिया से होड़ ले सकेगा, क्योंकि उत्पादकता में प्रामाणिकता बिना हुनर के संभव नहीं है।
रघुनंदन शर्मा ने कहा कि भारत को कौशल विकास की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि दुनिया के देशों दक्षिण कोरिया में जहां कुशल श्रम (स्किल्ड लेबर) का प्रतिशत 96, जापान में 80, जर्मनी 70 है वहीं भारत का प्रतिशत चीन, स्वीडन, डेनमार्क, नीदरलेंट की तुलना में केवल 3.5 प्रतिशत है। कौशल प्रशिक्षण का जो कार्य आजादी के बाद होना था, नहीं हुआ। देर आयत, दुरूस्त आयत नरेंद्र मोदी सरकार ने जो पहल आरंभ की है उससे देष आगे बढ़ेगा। नरेंद्र मोदी जन आकांक्षाएं पूरा करने में सफल होंगे।

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