जनमानस
भूरियाजी सच्चे जननेता थे
दिलीपसिंह भूरिया सच्चे जन नेता थे। धार, झाबुआ जिलों में आदिवासियों के हक के लिए लडऩे वाले जमीनी नेता थे। उनकी सादगी, सरलता, सौम्यता, सज्जनता शब्दों में नहीं लिखी जा सकती है। नेपाल में गांधी शताब्दी का प्रचार कर गांधी साहित्य बांटकर भूरियाजी इंदौर आए पहली हवाई जहाज यात्रा के संस्मरण तथा फिल्म कलाकार महिपाल भंडारी के साथ नेपाल में की यात्रा को उन्होंने अभूतपूर्व यादगार बताया था। भूरियाजी कांग्रेस से 5 बार सांसद रहे, जीवन में जो अपनापन, सादगी खुलापन भूरियाजी में था वो आज के नेताओं में भूले से भी दिखाई नहीं देता है। भूूरियाजी ने कांग्रेस छोड़ी भाजपा में गए, परंतु गरीबों, दलितों, आदिवासियों के लिए लड़ाई लडऩा उन्होंने नहीं छोड़ा। भूरियाजी जमीन से जुड़े सच्चे जन नेता थे। उनके कार्य, व्यवहार, उनकी सदैव याद दिलाएंगे। ऐसे समझदार, जिम्मेदार, ईमानदार एवं वफादार लोगों का आज की राजनीति में अभाव सदैव खलेगा।
कमल कुमार साबू