बारिश ने रोकी बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में फंसे तीर्थयात्रियों को हवाई और पैदल मार्ग से बाहर निकालने का काम रविवार को भी जारी है। एनडीआरएफ समेत एसडीआरएफ के जवान यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में लगे हुए है। चारधामों में से एक केदारनाथ की पैदल यात्रा 30 जून तक स्थगित रहेगी हालांकि इस दौरान श्रद्धालु हैलीकॉप्टर से यहां आ सकते हैं। बद्रीनाथ, गोविंदगढ और घंघारिया में फंसे करीब साढे आठ हजार श्रद्धालुओं को बाहर निकालने का काम रविवार को भी जारी है, जबकि 900 श्रद्धालुओं को हवाई मार्ग से निकाल लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोविंदघाट में 1000, बदरीनाथ में 3700 तथा हेमकुंट मार्ग पर घांघरिया में 4000 यात्री फंसे हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केदारनाथ के लिए हैलीकॉप्टर सेवा गुप्तकाशी और फाटा से उपलब्ध है और शनिवार को इससे करीब 65 श्रद्धालु पहुंचे थे। भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच का मार्ग क्षतिग्रस्त है साथ ही सोनप्रयाग पुल की मरम्मत में अभी दो दिन का वक्त और लगेगा इसके कारण प्रशासन ने केदारनाथ के लिए पैदल यात्रा को 30 जून तक के लिए स्थगित कर दिया है। तमाम दुश्वारियों के बावजूद श्रद्धालु यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ पहुंच रहे हैं साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा भी शनिवार से दोबारा प्रारंभ हो गई।
बदरीनाथ यात्रा मार्ग के तीन जगहों पर अवरूद्ध होने से यात्रा भी रूकी हुई है। लामबगड में 100 मीटर हिस्सा अलकनंदा में समा गया है। जबकि हाथी पहाड पर 50 मीटर सडक धंस गई है। बेनाकुली बैंड पर भी 100 मीटर स़डक धंस चुकी है। इस क्षेत्र के पाणाईराणी घाटी में वीरगंगा नदी पर 10 अस्थाई पुलिया बह चुकी हैं।