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छात्रों ने सीखीं कानून की बारीकियां

शासकीय विधि महाविद्यालय में लगाई गई मूट कोर्ट


गुना। विधि के छात्र-छात्राओं को आज मूट कोर्ट के माध्यम से कानून की बारीकियों से अवगत कराया गया। मूक कोर्ट का आयोजन शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्थित विधि महाविद्यालय में किया गया था। जिसमें एलएलबी षष्ठम सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मूट कोर्ट में सिविल एवं दाण्डिक प्रकरणों को रखा गया। इस दौरान अभिभाषकों ने न्यायाधीश की भूमिका निभाई।
कैसे दायर होते है प्रकरण
विधि महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष प्राध्यापक आरके वर्मा ने बताया कि मूट कोर्ट के माध्यम से एमएलबी षष्ठम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को बताया गया कि न्यायालय में विभिन्न प्रकरण किस तरह से दायर किए जाते है, प्रकरण में किस तरह से सुनवाई चलती है, किस तरह किसी प्रकरण में दो अभिभाषकों के बीच बहस होती है। श्री वर्मा ने बताया कि षष्ठम सेमेस्टर के सभी नियमित विद्याथियों को मूट कोर्ट के अंतर्गत उनकी फाइलों एवं मौखिल परीक्षा के संबंध में गत 24 जून से कार्यक्रम तय किया गया था। इसके तहत इस दिन फाइलों का परीक्षण किया गया। इस दौरान संभावना जताई गई कि अभी तक संकाय के रुप में चल रहा पाठ्यक्रम अगले सत्र से स्वतंत्र महाविद्यालय के रुप में अस्तित्व में आ सकता है।
अपने तर्को से चकित कर गए छात्र
मूट कोर्ट के दौरान 76 नियमित विद्यार्थियों ने 23 ग्रुप में दीवानी और फौजदारी प्रकरणों में बढ़-चढ़कर पैरवी की। छात्र सूर्यकांत, सुनील, तिलकराज, रंजना और सुधा ने अपने तर्कों से जजों को चकित कर दिया। एडीपीओ शिवकुमार भार्गव, कृष्णगोपाल राठौर, राकेश पटेल, मथुरालाल, महेश बैरागी, हेमराज सुमन ने पीठासीन अधिकारी की भूमिका निभाई। प्राध्यापक श्री वर्मा के अनुसार फाइल प्रस्तुति और मौखिक परीक्षा कल 28 जून को आयोजित की गई है। जिसमें अनुपस्थित या अनुर्तीण छात्रों का साल पिछड़ सकता है। श्री वर्मा के अनुसार विधि भवन का कोर्ट रुम बनकर तैयार है, जिसका लोकार्पण आगामी जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में संभावित है।

Updated : 28 Jun 2015 12:00 AM GMT
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