पृथक प्रान्त को बुजुर्गों ने किया ऊर्जा का संचार

बुंदेलखण्ड प्रान्त के लिए एक मंच पर आकर संघर्ष का आह्वान

झांसी। बुंदेलखण्ड निर्माण मोर्चा के तत्वावधान में हर मंगलवार को आयोजित की जाने वाली बैठकों की श्रृंखला में आज मार्गदर्शन बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में बड़ी संख्या में बुजुर्गों की उपस्थित ने बुंदेलखण्ड राज्य आंदोलन में ऊर्जा का संचार किया।
बैठक को नरोत्तम स्वामी, हरगोविन्द कुशवाहा, डॉ. धन्नूलाल गौतम, कैलाश चन्द्र जैन, उदय त्रिपाठी, मोहन नेपाली, जेएन पाठक, डॉ. बाबूलाल तिवारी, जानकीशरण वर्मा, दिनेश भार्गव, मुकुन्द गोस्वामी, अरूण हिंगवासियां, घनश्याम कोरी, रवि सक्सेना, विष्णु त्रिपाठी, शमीम राज, कुंवर बहादुर आदिम, देवी सिंह कुशवाहा, भगवानदास करौसिया, श्रीमती जमना झां आदि ने सम्बोधन से उपस्थित नवयुवकों में नई क्रांति का आगाज हुआ है।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि बिना बुंदेलखण्ड राज्य बने यहां का विकास नहीं हो सकता। उपस्थित सभी पितामहों ने बुंदेलखण्ड के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं को एक मंच में आने की सलाह दी।
बैठक में गर्म जोशी से कहा गया कि सभी राजनैतिक दल स्वार्थ के लिए बुंदेलखण्ड राज्य के भावनात्मक मुद्दे को अपने अपने हित के लिए इस्तेमाल कर रहे है जिसे अब रोका जाना चाहिए।
वक्ताओं ने क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती की कथनी करनी पर सवाल दागते हुए कहाकि या तो केन्द्र सरकार से पृथक राज्य समर्थन में कार्यवाही प्रारंभ कराये या बुंदेलखण्ड की जनता से माफी मांगे और आगे से बुंदेलखण्ड की बात करना छोड़ दें।
बैठक में अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, उत्कर्ष साहू, शहरकाजी डॉ. मो. कामिल, रवि मथुर, चन्दा भाई, वरूण अग्रवाल, सुरेन्द्र श्रृंगीऋषि, जय करण निर्मोही, मुकुट बिहारी मिश्रा, मुकेश वर्मा, गोविन्द सोनकर, विजय रायकवार, पप्पू दीक्षित, महेश शर्मा, मु. शफीक, रम्मन वाष्र्णे, विकासपुरी, आलोक अग्रवाल, शांतनु घोष, श्याम शर्मा, नरेश वर्मा आदि उपस्थित रहे। संचालन सुरेन्द्र सक्सेना ने किया व बुंदेलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने आभार जताया।

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