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पानी के लिए पार्षद धरने पर

पेयजल, गंदगी, धूल व सड़क समस्या को लेकर नपाध्यक्ष की घेराबंदी शुरू


शिवपुरी। शहर में व्याप्त पेयजल संकट को लेकर अब निर्दलीय सहित भाजपा पार्षद धरने पर बैठ गए हैं। पार्षदों ने पेयजल समस्या के लिए नपाध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया है वहीं भाजपा के एक पार्षद मनीष गर्ग ने इस्तीफा देकर नपाध्यक्ष पर दबाव बढ़ा दिया है। पेयजल समस्या के साथ-साथ विपक्षी दलों के पार्षदों ने गंदगी, धूल और सड़क आदि की समस्या के लिए भी नपाध्यक्ष की घेराबंदी शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि वार्ड क्रमांक 15 के भाजपा पार्षद अरुण पंडित के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों सहित निर्दलीय पार्षदों के एक दल ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी कमलेश शर्मा को अल्टीमेटम दिया था कि यदि नपा प्रशासन ने विकास कार्यों में लगे अड़ंगे नहीं हटाए तो वह नपा कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस अल्टीमेटम की अवधि समाप्त होने के बाद नाराज पार्षदों ने सोमवार को नपा कार्यालय में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पार्षदों की शिकायत है कि प्रत्येक वार्ड में दो-दो टैंकरों से पानी आपूर्ति किया जा रहा है, जिससे पानी की किल्लत खत्म नहीं हो रही है। इससे निपटने के लिए पार्षदों ने टैंकरों की संख्या बढ़ाने की मांग की, लेकिन उनकी इस मांग पर नपाध्यक्ष ने कोई ध्यान नहीं दिया।
पार्षद पंडित का आरोप है कि नपाध्यक्ष पक्षपात की राजनीति कर रहे हैं और भाजपा पार्षदों की उपेक्षा कर रहे हैं। उनके द्वारा परिषद की बैठक में पास बिंदुओं को पीआईसी के सदस्यों द्वारा हटा दिया गया, जिससे उनके वार्डों का विकास रुक गया है।

पार्षदों ने उद्योग मंत्री से की शिकायत
आज सुबह नपाध्यक्ष के खिलाफ धरने पर बैठे पार्षदों में से बलवीर यादव ने प्रदेश की उद्योग मंत्री एवं स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया से मोबाइल पर सम्पर्क कर उनसे नपाध्यक्ष की शिकायत की और भाजपा पार्षदों के समक्ष आ रही परेशानियों से अवगत कराया। इस पर उद्योग मंत्री ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का हरसंभव निदान किया जाएगा और वह शिवपुरी आकर नगर पालिका अधिकारियों की बैठक लेंगी।
जब थाना प्रभारी ने दिखाई पार्षद पति को आंखें
आज नगर पालिका में पार्षदों द्वारा किए गए धरना प्रदर्शन के दौरान देहात थाना एवं कोतवाली पुलिस बड़ी तादात में मौके पर पहुंच गई थी। सीएमओ व अध्यक्ष द्वारा जब पार्षदों से बात की जा रही थी, उसी समय पार्षद पति अनिल बघेल बीच-बीच में बोल रहे थे। पार्षद पति का बीच में बोलना कोतवाली टीआई को नागवार गुजारा और उन्होंने अनिल बघेल को आंखें दिखाते हुए धमकी भरे अंदाज में कहा कि तुम्हारे खिलाफ छह आवेदन मेरे पास रखे हैं। इसके बाद अनिल बघेल चुप्पी साध गए और वे पूरे समय शांत मुद्रा में खड़े दिखाई दिए।
अध्यक्ष पर लगाए जातिवाद के आरोप
नगर पालिका परिसर में आज पार्षदों के धरना प्रदर्शन के दौरान नियम विरुद्ध ढंग से हुई भर्ती का मामला भी जोर पकड़ता दिखाई दिया। जैसे ही नपाध्यक्ष धरना स्थल पर पहुंच तो सभी पार्षदों ने उन पर जातिवाद के आरोप लगाना शुरू कर दिए। पार्षदों का कहना था कि नपाध्यक्ष ने अपनी जाति के ही युवकों की भर्ती की है। इस पर नपाध्यक्ष ने तर्क दिया कि भर्ती किए गए युवकों को दैनिक वेतन पर रखा गया है तो पार्षदों का कहना था कि दैनिक वेतन पर रखे गए सभी युवक कुशवाह जाति के ही क्यों हैं। अन्य जाति के युवाओं को मौका क्यों नहीं दिया गया।
सामना करने में असमर्थ दिखे नपाध्यक्ष
पार्षदों द्वारा नगर पालिका के खिलाफ खोले गए मोर्चे के बाद जैसे ही ज्ञापन लेने के लिए नपा सीएमओ, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पार्षदों के बीच पहुंचे तो सभी पार्षदों ने नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को घेर लिया और कई गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिए। पार्षदों द्वारा ऊंचे स्वर में की जा रही बात और लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देने में श्री कुशवाह असमर्थ नजर आए। जब नपाध्यक्ष पर पार्षद हावी होते दिखे तो मोर्चा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी ने संभाला और उन्होंने आरोपों के मामलों में अध्यक्ष की गलती स्वीकारते हुए कहा कि मानते हैं अध्यक्ष से कुछ गलतियां हुई हैं और गलतियां इंसान से ही होती हैं। इन गलितियों को सुधारने का मौका अध्यक्ष को मिलना चाहिए।

Updated : 2 Jun 2015 12:00 AM GMT
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