आरक्षक निलंबित, थाना प्रभारी, सीएसपी को नोटिस

डीजीपी ने किया निरीक्षण, बोले क्या थाना ऐसा होता है..


ग्वालियर। क्या थाना ऐसा होता है, हर ओर गंदगी फैली है, अच्छा यह बताओ कितने लोगों की गश्त में ड्यूटी लगाई गई है। यहां पर वांरट की कितने पैंडेंसी है, बीट सिस्टम कैसे बनाते हो। रोजनामचे में क्या-क्या दर्ज है, यह सवाल जब डीजीपी सुरेन्द्र सिंह ने मुरार थाने के निरीक्षण के दौरान आरक्षक जयसिंह निगम से किए तो वह उनका ठीक से जवाब नहीं दे पाया। इसके चलते उसे निलंबित कर दिया गया वहीं थाने में थाना प्रभारी रत्नेश तोमर और सीएसपी अखिलेश रैनवाल के उपस्थित नहीं होने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। उधर उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर एक समीक्षा बैठक भी ली।
पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह ने सोमवार को मुरार थाने का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें थाने में गंदगी मिली जिसपर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि यहां आने पर लगता ही नहीं है कि यह थाना है । इसके बाद उन्होंने रोजनामचे की जानकारी लेनी शुरू की और प्रधान आरक्षक जयसिंह निगम से सवाल जवाब करना शुरू कर दिए। डीजीपी के सवालों का प्रधान आरक्षक जयसिंह निगम ठीक से जवाब नहीं दे सका। इसके बाद उन्होंने पूछा कि शाम को गणना में कितने लोग आए थे और कितनों की ड्यूटी लगाई है और कहां-कहां पर लगाई है। इस पर प्रधान आरक्षक ने जवाब देते हुए कहा कि गणना के समय 5 आरक्षक और 3 प्रधान आरक्षकों की गश्त लगाई गई है। उन्होंने पूछा कि बीट में कार्य करने वालों की गश्त में ड्यूटी क्यों लगाई गई है। इसका अर्थ है कि यहां पर बीट सिस्टम लागू नहीं हो रहा है। उन्होंने बीट सिस्टम का ठीक ढंग से पालन नहीं करने वाले प्रधान आरक्षक जयसिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं थाना प्रभारी रत्नेश तोमर सहित नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश रैनवाल को थाने में नहीं मिलने,थाने का रिकार्ड ठीक ढंग से व्यवस्थित नहीं रखने, बीट सिस्टम सहीं ढंग से तैयार नहीं करने, गणना रिकार्ड ठीक नहीं रखने के साथ ही आरोपी के विरूद्ध चालान पेश होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
उन्होंने इस अवसर पर अपने साथ मौजूद अधिकारियों पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि मैंने स्पष्ट निर्देश दिए हंै लेकिन उनका पालन यहां पर नहीं किया जा रहा है जब आप मेरे निर्देशों का ही पालन नहीं कर पा रहे हो तो जनता को क्या लाभ पहुंचा पाते होंगे। इसके बाद डीजीपी सुरेन्द्र सिंह ने पड़ाव थाने पहुंचकर वहां पर औचक निरीक्षण किया।

लूट की घटनाओं पर लगाओ अंकुश
दोपहर में डीजीपी सुरेन्द्र सिंह ने संभाग की बैठक ली। बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह लूट की घटनाओं पर हर हाल में अंकुश लगाएं साथ ही अपराधों की हर सप्ताह समीक्षा करें उन्होंने स्पष्ट कहाकि अपराधी किसी भी हाल में बचना नहीं चाहिए साथ ही थानों में फरियाद लेकर आने वाले लोगों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए।

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