अमेरिका ने स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की प्रशंसा की

वॉशिंगटन। अमेरिका ने स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में ‘‘उल्लेखनीय प्रगति’’ के लिए भारत की प्रशंसा करते हुए कहा है कि वर्ष 2022 तक उसकी दस प्रतिशत से अधिक बिजली अक्षय ऊर्जा से पैदा होगी।
ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन के व्हाइट हाउस कार्यालय में उपनिदेशक रिक ड्यूक ने कहा, "भारत ने 2022 तक 175 गीगावाट अक्षय ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसका अर्थ है कि उस वर्ष तक देश की दस प्रतिशत से अधिक बिजली अक्षय ऊर्जा से उत्पन्न होगी।’’
ड्यूक ने चर्चा के दौरान अमेरिकी-चीनी संयुक्त घोषणा से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में कहा, "हम इस संयुक्त बयान के परिणामस्वरूप उल्लेखनीय प्रगति देख रहे हैं।’’
इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने उत्सर्जन कम करने के लिए पिछले वर्ष ऐतिहासिक लक्ष्य तय किए थे। इस कदम का पेरिस वार्ताओं के संदर्भ में इस दिशा में समग्र प्रगति पर काफी प्रभाव पड़ा है।
ड्यूक ने कहा कि ओबामा ने प्रत्येक एजेंसी से कहा है कि वह उत्सर्जन को कम करने के विकल्पों पर विचार करें। उन्होंने बताया कि ओबामा ने 2020 तक 17 प्रतिशत तक उत्सर्जन कम करने का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने पहले कार्यकाल में कई कदम उठाए हैं।
ड्यूक का कहना है कि ओबामा ने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत में जलवायु परिवर्तन पर कड़ा बयान दिया था और इसके बाद उन्होंने जून 2013 में ऐतिहासिक ‘क्लाइमेट एक्शन प्लान’ बनाया था।
