नपं कार्यालय से गायब रहते हैं कर्मचारी


पार्षदों ने की एसडीएम से शिकायत

करैरा। नगर पंचायत कार्यालय में कर्मचारियों के न बैठने की शिकायत आए दिन पार्षदों को मिल रही थी। मंगलवार को वार्ड नम्बर 11 के पार्षद मुकेश राय अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर जब नपं कार्यालय पहुंचे तो वहां कोई भी कर्मचारी नहीं मिला। इस पर उन्होंने सभी पार्षदों को बुला लिया। इसके बाद नपं कार्यालय पहुंचे पार्षद सुमित तिवारी, आकाश नरवारे, दिलीप यादव, कलावती पारस, यूनुस खान, सहित अन्य पार्षदों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर एसडीएम से नपं की स्थिति से अवगत कराया।पार्षदों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ए.के. चांदिल तत्काल नपं कार्यालय पहुंचे, जहां उन्हें मात्र दो कर्मचारी बैठे मिले। सीएमओ व लेखापाल सहित कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, लेकिन जब एसडीएम के औचक निरीक्षण की खबर कर्मचारियों को लगी तो कई कर्मचारी आनन-फानन में कार्यालय आ गए। एसडीएम ने पार्षदों की समस्याएं सुनते हुए कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई और परिसर में फैली गंदगी पर नाराजगी जताते हुए परिसर को स्वस्छ रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने जब नपं कार्यालय के कमरों को देखा तो सीएमओ कार्यालय के अंदर शराब की खाली बोतलें पड़ी मिलीं।
कार्यालय में शराब पीते हैं कर्मचारीनपं कार्यालय में पदस्थ कुछ कर्मचारी शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन कार्यालय में ही करते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप कार्यालय के अंदर व बाहर शराब की खाली बोतलों का ढेर लगा हुआ था। साथ ही नगर परिषद के अंदर रात में कुछ जलप्रदाय में लगे कर्मचारी भी शाम होते ही नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। यह कोई एक दिन का काम नहीं है। प्रतिदिन कर्मचारी शराब, गांजा, भांग आदि का इस्तेमाल करते हैं।औचक निरीक्षण में मिले सिर्फ दो कर्मचारी, कार्यालय में मिली शराब की खाली बोतलें
जनसुनवाई वाले दिन भी नहीं मिले कर्मचारीनपं कार्यालय में वैसे तो कोई भी कर्मचारी समय पर नहीं आता है, लेकिन शासन के निर्देश पर आमजन की समस्याओं का समाधान करने की दृष्टि से प्रत्येक मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम सभी सरकारी कार्यालयों में आयोजित किया जाता है। इस दिन लोग समस्या लेकर नगर पंचायत में भी आते हैं, लेकिन उनकी समस्या सुनने वाला यहां कोई नहीं मिलता। आज मंगलवार को भी कई लोग शिकायतें लेकर नपं कार्यालय पहुंचे, लेकिन अधिकारी व कर्मचारियों के उपस्थित नहीं मिलने से लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा।जब पार्षदों की ही नगर पंचायत में सुनवाई नहीं होती है तो आम आदमी की क्या सुनवाई होती होगी। जब सीएमओ कार्यालय में बैठकर कर्मचारी शराब पीते हैं तो ऐसे में जन समस्या सुनने की किसको सुध होगी।

मुकेश राय, पार्षद वार्ड क्र. 11

पार्षदों ने मुझे अवगत कराया कि नपं कार्यालय में कोई भी कर्मचारी नहीं बैठता है। इसकी जांच-पड़ताल करने मैं नपं कार्यालय पहुंचा तो मुझे वहां मात्र दो कर्मचारी बैठे मिले। मैंने संबंधितों को नोटिस जारी कर प्रतिवेदन जिलाधीश को भेज दिया है।

ए.के. चांदिल, एसडीएम, करैरा

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