जनमानस
विश्वकप पर पांचवीं बार कब्जा
एक तरफ दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैण्ड और क्रिकेट का जन्मदाता इंग्लैण्ड विश्वकप लेने के लिए तरस रहे हैं, और भारतीय टीम भी अपना खिताब नहीं बचा सकी है तो दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से विश्वकप क्रिकेट को पांचवीं बार फतह किया है। उनके लिए विश्वकप प्राप्त करना आम सीरीज जीतने की तरह हो गया है। ऑस्ट्रेलिया का क्रिकेट कौशल सचमुच आश्चर्य पैदा करता है। उनके बेहतरीन रिकॉर्ड में विश्वकप जीतने का रिकॉर्ड तोडऩा फिलहाल तो नामुमकिन लग रहा है। जो देश अपने फाइनल या सेमी फाइनल में तेरह हजार दर्शक जुटा पाता हो ऐसे छोटे देश के क्रिकेट का ऐसा चमत्कारी प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बहुत बड़ी सीख है जहां करोड़ों दर्शक अपने क्रिकेट धर्म में अपने सितारों को देवता की तरह पूजते हैं। अपार उत्साह अकूत पैसा, भारी लोकप्रियता भी खिलाडिय़ों की मेहनत और लगन का मुकाबला नहीं कर सकती ऑस्ट्रेलिया की टीम ने विश्वकप जीतकर यही सिद्ध किया है।
हरिओम जोशी, भिण्ड