बढ सकते है पेट्रोल-डीजल के दाम

नई दिल्ली आम आदमी पर एक बार फिर महंगाई की मार पडने वाली है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढने और स्थानीय स्तर पर डॉलर के मुकाबले रूपए में आई गिरावट के कारण पेट्रोल तथा डीजल के दाम दो से ढाई रूपए प्रति लीटर तक बढ सकते हैं। आगामी 30 अप्रैल को पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों की पाक्षिक समीक्षा होनी है जिसमें तेल विपणन कंपनियों द्वारा कीमतें बढ़ाना लगभग तय है। गत 15 अप्रैल को हुई पिछली समीक्षा में दिल्ली में पेट्रोल के दाम 80 पैसे घटाकर 59.20 रूपए प्रति लीटर तथा डीजल की कीमत एक रूपया 30 पैसे घटाकर 47.20 रूपए प्रति लीटर कर दी गई थी। इसके बाद से डॉलर के मुकाबले रूपया 1.91 प्रतिशत लुढक चुका है, जबकि भारतीय बास्केट में कच्चा तेल के दाम 5.41 प्रतिशत बढ चुके हैं। इस महीने की 15 तारीख को 62.37 रूपए प्रति डॉलर पर रहने वाला रूपया शुक्रवार को गिरकर 63.56 रूपए प्रति डॉलर पर आ गया। यह 1.91 प्रतिशत की गिरावट है। वहीं इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कू्रड में 9.95 प्रतिशत की तेजी रही और शुक्रवार को यह साढे 4 महीने के उच्चतम स्तर 65.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमरीकी कू्रड भी 3.93 फीसदी बढ़कर 57.15 डॉलर प्रति बैरल रहा। पैट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस मंत्रालय के आंक़डों के अनुसार, भारतीय बास्केट के कच्चा तेल में भी 5.41 प्रतिशत की तेजी रही और यह 15 अप्रैल के 57.44 डॉलर प्रति बैरल से बढकर गत शुक्रवार को 60.55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। रूपए के मूल्य और भारतीय बास्केट के कच्चा तेल में आए बदलाव से इस दौरान रूपए में कच्चा तेल के दाम 7.42 फीसदी बढ चुके हैं जिसका असर पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों के चल हिस्से पर पडेगा। फिलहाल पेट्रोल की कीमत में 35.84 रूपए चल हिस्सा और 23.36 रूपए स्थिर हिस्सा (उत्पाद शुल्क, डीलर का कमीशन तथा इन पर लगने वाला वैट) है। डीजल की कीमत में 33.39 रूपए चल हिस्सा और 13.81 रूपए स्थिर हिस्सा है। इस प्रकार कच्चा तेल तथा रूपए की कीमतों में आए बदलाव के अनुरूप पेट्रोल तथा डीजल की कीमत में दो से ढाई रूपए तक की बढौतरी हो सकती है। हालांकि तेल विपणन कंपनियां ग्राहकों को कुछ राहत देते हुए बढोतरी कम भी रख सकती हैं।