नेपाल में बड़ा राहत अभियान चलाएगा संयुक्त राष्ट्र:बान
संयुक्त राष्ट्र | संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भूकंप प्रभावित नेपाल को आज आश्वासन दिया कि विश्व निकाय वहां एक बड़ा राहत अभियान चलाएगा और मानवीय संकट से निबटने में उसकी मदद करेगा।बान ने नेपाल सरकार और भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय खोज एवं बचाव अभियानों के समन्वय में सरकार की मदद करेगा। देश में कल आए 7.9 तीव्रता के भूकंप के कारण करीब 2000 लोगों की मौत हो गई है और 5000 अन्य लोग घायल हुए हैं।महासचिव बान ने एक बयान में कहा, ‘तबाही की सूचनाएं अब भी सामने आ रही हैं और भूकंप के कारण मारे गए, घायल हुए और इससे प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ रही है।’ उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि कई लोगों की मौत हुई है। नेपाल की अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर को काफी नुकसान हुआ है। संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय खोज एवं राहत अभियानों के समन्वय में नेपाल सरकार की मदद कर रहा है और एक बड़ा राहत प्रयास शुरू करने की तैयारी कर रहा है।’संयुक्त राष्ट्र ने काठमांडो घाटी के अस्पतालों में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को लेकर चिंता व्यक्त की। अस्पतालों में शवों को रखने के लिए कमरे कम पड़ रहे हैं और वे आपात सेवाओं की आपूर्ति की कमी से जूझ रहे हैं।संयुक्त राष्ट्र के क्षेत्रीय कार्यालयों ने बताया कि पूर्वी इलाका उतनी बुरी तरह प्रभावित नहीं हुआ है और तराई सबसे कम प्रभावित हुआ है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम कुतेसा ने भी त्रासदी पर गहरी चिंता एवं शोक व्यक्त किया है।संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के कार्यकारी निदेशक बाबातुंदे ओसोतिमेहिन ने भी भूकंप पीड़ितों के प्रति गहरी सहानुभूति प्रकट करते हुए कहा कि वह भूकंप के कारण हुई मौतों और सैकड़ों लोगों के लापता होने से दु:खी हैं।उन्होंने कहा कि यूएनएफपीए नेपाल के लोगों एवं सरकार को मदद मुहैया कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में शामिल होने को तैयार खड़ा है। उन्होंने विशेषकर गर्भवती महिलाओं को लेकर चिंता व्यक्त की जो इस त्रासदी से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं की सुरक्षा में मदद करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।