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रफ्तार ले रही युवाओं की जान

अशोकनगर। आज के युवाओं के लिए रफ्तार पैशन (जुनून) बन गई है मगर यही जुनून हादसों की वजह भी बन रहा है। शनिवार की सुबह विदिशा रोड वायपास पर दो युवाओं को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। दुर्घटना का कारण तेज गति से वाहन चलाना माना जा रहा है। ये दोनों 18 और 19 साल के युवक थे। जिनकी जिंदगी शुरू होने से पहले ही रफ्तार ने लील ली। इसके पहले 4 दिसंबर 2014 को स्टेट हाईवे पर मुस्कान पब्लिक स्कूल के पास एक स्कूली छात्र जितेन्द्र यादव की इसी तरह एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। दुर्घटना के समय युवक की तेज गति से चल रही बाइक को एम्बूलैंस ने टक्कर मार दी थी।
इसके दो दिन पहले ही इसी रोड पर दो मौसेरे भाईयों की मौत सडक़ दुर्घटना में हुई थी। यह दुर्घटना अथाईखेड़ा पेट्रोलपंप के पास हुई थी, जिसमें सफेद रंग की इंडिका कार ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी। आमने-सामने की इस भिड़ंत में उधे बंजारा और पप्पू बंजारा बुरी तरह से घायल हो गए थे, जिनकी उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई थी।
आए दिन खून से लथपथ हो रहे मार्गों पर दुर्घटना की एक बड़ी वजह वाहन चालकों द्वारा तेजी से वाहन चलाना भी है। जिले में गुना से अशेाकनगर तक स्टेट हाईवे क्र. 20 का निर्माण हो चुका है। इसी तरह पिछोर से घाट बमूरिया तक भी स्टेट हाईवे क्र.19 भी डेढ़ साल पहले बनकर तैयार हो गया है जबकि अशोकनगर से बंगलाचौराहा तक भी स्टेट हाईवे क्र.20 का निर्माण करीब छह माह पहले हो चुका है। चौड़ी और अच्छी सडक़ बनने के बाद यातायात सुगम हुआ है। साथ ही वाहनों की गति भी बढ़ गई है जिससे सफर कम समय में पूरा हो रहा है लेकिन यही गति दुर्घटनाओं का कारण भी बन रही है। तेज गति से वाहन चलाने के दौरान बढ़ रही दुर्घटनाएं जानलेवा भी साबित हो रही हैं। खासकर ओवरटेक करते, टर्न लेते समय बरती गई लापरवाही गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन रही है।

Updated : 30 March 2015 12:00 AM GMT
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