पीडीपी ने अफजल गुरु के अवशेष लौटाने की मांग की

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ गठबंधन में सत्ता संभालने के एक दिन बाद सत्तारूढ़ पीडीपी ने केंद्र की राजग सरकार से मांग की कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के अवशेष लौटाए जाएं। पीडीपी के आठ विधायकों ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा कि पार्टी अवशेषों की वापसी के लिए पूरी ताकत से लगे रहने का वादा करती है। गुरु को 9 फरवरी, 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी।
पीडीपी के बयान के अनुसार पीडीपी गुरु के अवशेष वापस करने की अपनी मांग पर कायम है और पार्टी अवशेषों की वापसी के लिए पूरी ताकत से लगे रहने का वादा करती है।
बयान के मुताबिक पीडीपी ने हमेशा कहा है कि अफजल गुरु को फांसी पर लटकाना न्याय का मजाक था और उसे फांसी देने में संवैधानिक जरूरतों तथा प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। बयान के अनुसार हमारा मानना है कि निर्दलीय विधायक राशिद अहमद का दिवंगत अफजल गुरु के लिए क्षमादान का प्रस्ताव जायज था और सदन को उस समय इसे स्वीकार कर लेना चाहिए था। साल 2011 में इस बाबत एक प्रस्ताव पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामे के चलते चर्चा नहीं हो सकी थी। यह प्रस्ताव बाद में निष्प्रभावी हो गया क्योंकि नियमों के अनुसार सदन में सूचीबद्ध किसी कार्य पर चर्चा नहीं होने पर वह निष्प्रभावी हो जाता है।