जल्द हटेगी नामांतरणों पर लगी रोक

* विधायक को जिलाधीश ने किया आश्वस्त
* डेढ़ साल से परेशान क्रेता-विक्र्रेता
* शासन को हो रही है राजस्व की क्षति
श्योपुर। जमीनों की खरीद-फरोख्त के सतत सिलसिले के बीच नामांतरणों पर विगत डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से चली आ रही रोक जल्द ही हट जाएगी और क्रेता-विक्रेता एक बार फिर से खरीद-फरोख्त की प्रक्रिया को वैधानिक दायरे में अंजाम दे सकेंगे। इन संभावनाओं को बल देने का काम किया है क्षेत्रीय विधायक दुर्गालाल विजय की जिलाधीश धनंजय सिंह भदौरिया के साथ हुई मुलाकात ने, जिसमें विधायक श्री विजय ने जिलाधीश को इस रोक के कारण उत्पन्न दिक्कतों से अवगत कराया तथा जिलाधीश श्री सिंह ने विधायक को इस मामले में आगामी दो दिवस की अवधि में आयुक्त से मार्गदर्शन लेते हुए समस्या के निराकरण के प्रति आश्वस्त कराया। शनिवार को जिलाधीश श्री सिंह से उक्त मामले को लेकर मुलाकात करने पहुंचे विधायक श्री विजय ने जहां जमीनों के नामांतरण पर अकारण लगी हुई रोक के कारण क्रेता-विक्रेताओं को जमीनों के सौदों में आने वाली दिक्कतों से अवगत कराया, वहीं इस रोक के कारण बेनामी खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिलने तथा शासन को राजस्व की क्षति होने की स्थिति से भी वाकिफ कराया।
विधायक श्री विजय ने बताया कि जमीनों के नामांतरण पर रोक की वजह से जहां सम्बद्ध कारोबार में लगे लोगों को आर्थिक व मानसिक क्लेश से जूझना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर उस आम आदमी को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसे अपने सपनों का एक छोटा सा आशियाना बनाने अथवा जरूरतों को पूरा करने के लिए जमीन खरीदनी या बेचनी पड़ रही है। जिलाधीश श्री सिंह ने विधायक श्री विजय के तर्कों व तथ्यों को गंभीरता के साथ सुनने के बाद उन्हें भरोसा दिलाया कि वे इस बारे में संभागीय आयुक्त को अवगत कराते हुए उनका मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे तथा अपने स्तर पर समस्या के समाधान का पूरा-पूरा प्रयास भी करेंगे। माना जा रहा है कि जिलाधीश इस दिशा में प्रभावी पहल करते हुए अव्यवहारिक तरीके से लगाई गई रोक का खात्मा करने जैसा समयोचित कदम उठाएंगे तथा जमीन-जायदाद के सौदों में लाखों की रकम फंसाने के बाद समूची प्रक्रिया के वैधानिक होने की बांट जोह रहे सैकड़ों क्रेता और विक्रेताओं की उन दिक्कतों का अंत हो जाएगा जो रोक के कारण पिछले डेढ़ साल से बनी हुई हैं।
इस अवसर पर नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य अशोक गर्ग, भाजपा नेता लक्ष्मीचंद रावत, मिथलेश तोमर, लखन सिंह जाट, दिनेश बंसल सहित बद्रीप्रसाद सोनी, नरेन्द्र गुप्ता, अशोक गौतम आदि उनके साथ थे।
जिलाधीश के साथ हुई इस मुलाकात के दौरान विधायक श्री विजय ने अभियान और धरपकड़ की आड़ में किसानों के शोषण व उत्पीडऩ का भी मामला उठाया तथा जिला परिवहन अधिकारी पर नियमों के विरुद्ध किसानों को परेशान करने की शिकायत उठाते हुए टे्रक्टर-ट्रॉलियों को बेजा तरीके से पकडऩे पर एतराज जताया। विधायक श्री विजय ने बताया कि परिवहन अधिकारी व्यावसायिक प्रयोजन की मंशा से खनन, परिवहन तथा अन्य कार्यों में प्रयुक्त डंपर, ट्रक और टे्रक्टरों पर कार्रवाई करने के बजाय खेती-किसानी में काम आने वाले उन टे्रक्टर-ट्रॉलियों को पकडऩे और मनमाना जुर्माना लादने की कार्रवाई कर रहे हैं जिनका उपयोग कृषिप्रधान जिले के ग्रामीण कृषि कार्य अथवा पारिवारिक आवागमन के साधन के तौर पर करते हैं। श्री विजय का कहना था कि परिवहन अधिकारी की इस युक्तिहीन कार्रवाई की वजह से जहां समस्त ग्रामीणजन भयभीत बने हुए हैं वहीं अत्यधिक जरूरी काम होने के बावजूद निजी टे्रक्टरों का उपयोग करने से बच रहे हैं। जो मुसीबत के कारण टे्रक्टर लेकर निकल रहे हैं वो धरपकड़ी की जद में आते हुए तगड़ा जुर्माना चुकाने पर विवश हो रहे हैं। जिलाधीश धनंजय सिंह ने विधायक को इस समस्या के स्थाई समाधान के प्रति आश्वस्त कराते हुए कहा कि वे इस मामले में परिवहन अधिकारी को निर्देशित करेंगे।*
