युवाओं को वैज्ञानिक और टेक्नोक्रेट दिखाएंगे राह
मैनिट में 26 से 28 फरवरी तक सविष्कार (आईफास्ट-2015) का आयोजन
भोपाल। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विद्यार्थी कल्याण न्यास के संयुक्त तत्वावधान में मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में 26 से 28 फरवरी तक सविष्कार (आईफास्ट-2015) का आयोजन किया जा रहा है। माखनलाल पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभागाध्यक्ष संजय द्विवेदी ने इंडिया वन समाचार को बताया कि सविष्कार में देशभर से वैज्ञानिक, औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि, युवा वैज्ञानिक और सरकार संस्थाएं भाग ले रही हैं। तीन दिन चलने वाले इस आयोजन में विभिन्न विषयों पर 15 सत्रों में 200 से अधिक रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे। इसके साथ ही युवा वैज्ञानिक 11 थीम पर करीब 300 प्रोजेक्ट का प्रदर्शन करेंगे। प्रत्येक थीम में तीन श्रेष्ठ प्रोजेक्ट को औद्योगिक संस्थान पुरस्कार भी देंगे। वैज्ञानिक संस्थान इसरो और डीआरडीओ सहित मध्यप्रदेश का पर्यटन, कृषि और ऊर्जा विभाग भी अपनी उपलब्धियों के संबंध में प्रदर्शनी लगाएंगे। इस आयोजन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मैनिट, छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भी सहभागी है। सविष्कार के लिए अब तक देश-प्रदेश के उद्योगपतियों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और सरकारी एजेंसियों के साथ अलग-अलग बैठकें हो चुकी हैं। बैठक में रिलायंस, पीएनजी, परमाली वैलैस, एचईजी, क्रोमटन, बीएचईएल, वर्धमान और दौलतराम इण्डस्ट्री सहित अन्य संस्थानों ने सविष्कार में शामिल होने की सहमति जताई है। इस दौरान मैनिट के डायरेक्टर डॉ. अप्पू कुट्टन, मैपकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. पीके वर्मा, टेक्नीकल एजुकेशन के डायरेक्टर डॉ. आशीष डोंगरे, विद्यार्थी कल्याण न्यास के वीडी शर्मा और उमेश शर्मा सहित सीआईआई के डिप्टी डायरेक्टर सावन कुमार, मण्डीदीप इण्डस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज मोदी, स्मॉल इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष संजय खण्डेलवाल ने भी सविष्कार के सफल आयोजन के लिए अपने सुझाव प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के समन्वयक मनोज आर्या ने सविष्कार की तैयारियों के संबंध में बताया कि मैनिट में गुरुवार को सविष्कार का भूमिपूजन किया गया। यहां उद्घाटन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए बनाए गए हॉल को विक्रम साराभाई हॉल नाम दिया गया है। जबकि प्रदर्शनी के लिए बनाए गए ऑडीटोरियम को वैज्ञानिक सीवी रमन नाम दिया गया है। यहां आठ डोम बनाए गए हैं जिनमें विद्यार्थी अपने प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी लगाएंगे। देशभर के एनआईटी हो रहे हैं शामिल सविष्कार में भोपाल, गोवा, रायपुर, पटना, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और अगरतला सहित देश के अन्य एनआईटी अपने प्रोजेक्ट और तकनीकी पेपर प्रस्तुत करेंगे। तीन दिवसीय इस आयोजन में नवाचार एवं गैर-परंपरागत ऊर्जा स्रोत, समकालीन/परंपरागत भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का पुनरावलोकन, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में नए रुझान, इलेक्ट्रीकल्स, इलेक्ट्रोनिकी, पर्यावरण, पर्यटन, वास्तुकला, कृषि और रसायन विज्ञान से संबंधित विषयों पर विशेषज्ञ अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया जाएगा। विशेषज्ञ के तौर पर एसटीपीआई के महानिदेशक डॉ. ओमकार राय, एनपीएल नईदिल्ली के वैज्ञानिक डॉ. आलोक मुखर्जी, मप्र पर्यटन के प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी, ग्लोबल आईएनसी बैंगलूरू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहास गोपीनाथ, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की प्रो. कुसुमलता केडिया, टेकपीडिया अहमदाबाद के सीईओ हिरण्यमय महंता, सैफिया टेक्नोलॉजी भोपाल के प्रबंध निदेशक धनंजय पाण्डेय, इंडियन रेवेन्यू सर्विस के डायरेक्टर सुश्री संगीता गोडबोले, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रो. बीके कुठियाला, भारतीय शिक्षण मण्डल नागपुर के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व विभाग के रवि अय्यर सहित अन्य विद्वान अपने विचार व्यक्त करेंगे। सरकारी संस्थान भी लगाएंगे प्रदर्शनी देश का सर्वोच्च वैज्ञानिक संस्थान इसरो और डीआरडीओ भी अपने नए आविष्कार एवं उपलब्धियों की प्रदर्शनी सविष्कार में लगाएंगे। डीआरडीओ के नोडल अधिकारी श्री महेन्द्र ने भ्रमण कर तैयारियों की समीक्षा की। बीईई, एसटीपीआई सहित मध्यप्रदेश के पर्यटन, कृषि, आईटी और ऊर्जा विभाग भी अपनी उपलब्धियों की प्रदर्शनी लगाएंगे। पुरस्कार देंगी औद्योगिक संस्थाएं सविष्कार में 11 थीम पर प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए जाएंगे। देशभर से शामिल हो रहे विद्यार्थियों के श्रेष्ठ प्रोजेक्ट को छह औद्योगिक संस्थाओं ने पुरुस्कृत करने की सहमति दी है। प्रत्येक थीम में तीन पुरस्कार दिए जाएंगे। पहला पुरस्कार 25 हजार, दूसरा 15 हजार और तीसरा पुरस्कार 10 हजार रुपये का है। कंपनियों ने यह भी कहा है कि वे विद्यार्थियों की प्लेसमेंट का सिस्टम भी बनाएंगी।