'पुस्तकालय की किताबों से की थी परीक्षा की तैयारी'

ग्वालियर। पुस्तकालय में मिलने वाली किताबों का महत्व समझाते हुए ग्वालियर जिलाधीश पी नरहरि ने बताया कि उनकी मिली सफलता में पुस्तकालय का बहुत बढ़ा हाथ है। अपने विद्यार्थी जीवन का उदाहरण देते हुए बताया जिलाधीश ने बताया कि उन्होंने 11 वीं से लेकर सिविल सेवा परीक्षा तक की तैयारी केवल पुस्तकालय की किताबों से की। इस दौरान कोई भी किताब नहीं खरीदी।
बुधवार को केन्द्रीय पुस्तकालय में आयोजित कम्पटीशन कॉर्नर के तृतीय स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जिलाधीश ने कहा कि सामथ्र्यवान बनने के लिए व्यक्ति को अपने आस-पास उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करना पड़ता है। संसाधनों की प्रचुरता , व्यक्ति को सामथ्र्यवान नहीं बना सकती। कम्प्टीशन कॉर्नर के विद्यार्थियों से सीधा संवाद करते हुए जिलाधीश ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान का अकूत भंडार होते हैं। विद्यार्थियों को इसमें से अच्छी पुस्तकें व विषय चुन कर पढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि कम्प्टीशन कॉर्नर की सुविधाओं में और इजाफा किया जाएगा साथ ही डबरा के वाचनालय में भी इसी तरह का कम्प्टीशन कॉर्नर खोला जाएगा। कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इलैया राजा टी, समाज सेवी श्री दत्ता व केन्द्रीय पुस्तकालय की पूर्व अध्यक्ष सुश्री रेणु वेदी भी मौजूद थी ।
छात्र-छात्राओं को सहारा बना कार्नर
केन्द्रीय पुस्तकालय के कम्प्टीशन कॉर्नर से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर चुके 14 छात्र-छात्राओं को सम्मानजनक नौकरी मिल चुकी है । इनमें भूपेन्द्र सिंह चाहर व जतिन बलेचा बैंक में पीओ पद पर चयनित हुए हैं। इसी तरह कु. पूर्वी अग्रवाल भारतीय वायुसेना में अधिकारी, दीपक जाटव बैंक व हिमान्शु बलेचा प्रतिष्ठित कम्पनी में सेक्रेटरी के पद पर चयनित हुए हैं ।

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