प्रदेश के 600 ठेकेदारों के लाइसेंस निलंबित

नोटिस जारी कर मांगा जवाब
भोपाल। प्रदेशभर के करीब 600 ठेकेदारों का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है तो वहीं 1450 ठेकेदारों को नोटिस जारी कर उनसे कार्यों में देरी पर जवाब मांगा गया है। विभाग में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई एक साथ की गई है।
बेपरवाह ठेकेदार और अधिकारी
प्रदेश में सड़कों व बिल्डिंग के निर्माण कार्यों की प्रगति काफी धीमी थी। मॉनिटरिंग सही तरीके से न होने से ठेकेदार व अफसर दोनों बेपरवाह बने थे। हर साल करोड़ों रुपए की राशि महज इसलिए लैप्स होती थी कि काम ही पूरे नहीं हो पाते थे। निर्धारित अवधि में काम पूरा करने की बड़ी चुनौती थी। इस पर मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय मंत्री तक हिदायत दे चुके थे, लेकिन जैसे कोई ध्यान नहीं देता था।
काम अधूरा, भुगतान पूरा
अभी हाल में ही प्रमुख सचिव ने हरदा आदि जिलों में चल रहे निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया गया तो उसमें कई तरह की खामियां पाई गर्इं। हालत यहां तक मिले कि सड़कों का काम पूरा नहीं हुआ, पर पेमेंट पूरा निकल गया। मैदानी अफसर तो बिल्कुल इस मामले में किसी की परवाह ही नहीं करते थे। जिसके बाद प्रमुख सचिव ने तत्काल इंजीनियरों की बैठक बुलाकर काम में देरी करने वाले इंजीनियरों को नोटिस जारी करने को कहा गया।