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दिमनी को है अब चिमनी का सहारा

एक माह से बस्ती अंधकार में, जेई ने कहा कि फुंका ट्रांसफार्मर तब बदलूंगा, जब बिल जमा करोगे

मुरैना/दिमनी। ग्राम पंचायम दिमनी की दलित बस्ती में विद्युत डी.पी. को फुंके करीबन एक माह से अधिक समय हो गया है किंतु जे.ई. दिमनी की तानाशाही के चलते ग्रामीण उनका झेल रहे है दंश अब सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा है। इसकी जवाबदारी विद्युत विभाग में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों की होगी।
जानकारी के अनुसार विद्युत विभाग दिमनी में पदस्त जे.ई. अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे ग्रामीणों के बार-बार अनुरोध करने पर भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। अब तो यह हाल है कि जब कोई दलित एवं ग्रामीण ट्रांसफार्मर बदलने की बात करता है तो जे.ई. द्वारा थाने में बंद करने की धौंस दी जाती है। बताया जा रहा है कि विद्युत बिल तो कई डीपियों पर लाखों रूपये बकाया चल रहे है। किंतु उनकी लाइन क्यों नहीं बंद की जा रही है। इससे साफ प्रतीत होता है कि जे.ई. द्वारा उनसे मोटी रकम लेकर या दंबगाई के चलते उन्हें चलाया जा रहा है। क्योंकि वे दबंग लोगों की डी.पी. है।
ग्रामीण बैंक, पोस्ट ऑफिस में भरते हैं बिल
दिमनी दलित बस्ती में रखे ट्रांसफार्मर से करीबन 250 से घरों की बस्ती जुड़ी हुई है। जिसमें इंडियन ओवरसीज बैंक, पोस्ट ऑफिस, एटीएम आदि है बताया गया है कि एक दर्जन से अधिक ग्रामीण तथा बैंक पोस्ट एटीएम के माध्यम से 50-60 हजार रु. प्रतिमाह भरा जाता है फिर भी विद्युत डीपी को जेई द्वारा नहीं बदला जा रहा है।
छात्र-छात्राओं की पढ़ाई हो रही है चौपट : विद्युत ट्रांसफार्मर के न बदलने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर विपरीत प्रभाव पडऩे लगा है। वे चिमनी के सहारे अपना अध्ययन करते हैं। वहीं आटा चक्की तथा घरेलू उपकरण बंद पड़े है। समस्त दलित बस्ती के लोग एवं ग्रामीणजनों ने जिलाधीश मुरैना से मांग की है कि एक माह से बंद पड़े विद्युत ट्रांसफार्मर को बदलवाने के शीघ्र आदेश करें।

Updated : 26 Dec 2015 12:00 AM GMT
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