बार कोड कसेगा टिकट दलालों पर शिकंजा

यात्री की होगी पूरी जानकारी
ग्वालियर। आरक्षित टिकटों की हेराफेरी और दलाली को रोकने के लिए रेलवे ने नया फेरबदल करने का निर्णय लिया है। रेलवे ने यात्रियों को एक जनवरी से कम्प्यूटर बार कोड वाले आरक्षित टिकट देने की तैयारी की है। रेलवे ने सभी जोन को यह आदेश जारी करते हुए बारकोड वाले टिकट वितरण करने के निर्देश दिए हैं।
बारकोड वाले टिकट पूर्णत:सुरक्षित होगी और इसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। वहीं टिकट में उस व्यक्ति की जानकारी भी होगी जो यात्रा करेगा। यह पूरी जानकारी बारकोड में दर्ज होगी, जिसे बार कोड स्केन करने वाली स्वाइप मशीन ही चेक कर सकती है। यह मशीन भी यात्री आरक्षित कार्यालय व संबंधित स्टेशन प्रबंधक के यहां पर लगी होगी। यदि टिकट में गड़बड़ी होगी तो मशीन से तत्काल पता लग जाएगा।
दिसम्बर के अंत में होगा टिकट का ट्रायल
बार कोड वाले रेल टिकट का ट्रायल दिसंबर के अंत में किया जाएगा। यह पूरा कार्य रेलवे को कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराने वाले क्रिस द्वारा किया जाएगा। ट्रायल सफल होने पर इसे एक जनवरी 2016 से लागू कर दिया जाएगा। जिसके बाद टिकटों के दलालों के लिए एक और समस्या खड़ी हो जाएगी और उन पर टिकटों में होने वाली हेराफेरी पर अंकुश लग जाएगा।
फर्जी टिकट नहीं बेचे जा सकेंगे
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष रेलवे स्टेशन पर एक महिला कर्मचारी फर्जी टिकट बेचने के आरोप में पकड़ी गई थी। जिसने लाखों रुपए के फर्जी टिकट यात्रियों को बेच कर लाखों रुपए का रेलवे को चूना लगाया था। इस तरह की गडबडिय़ों पर पूर्णत: विराम लग जाएगा। इस तरह का काम करने वाले को अब रेलवे तुरंत पकड़ सकेगा।

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