आपदा से पहले प्रबंधन की तैयारी की जाए

आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
अशोकनगर। जिले में आपदा से पहले आपदा प्रबंधन की तैयारी की जाएं। आपदा प्रबंधन एवं बचाव हेतु सभी अधिकारी अपने अपने विभागों की कार्ययोजना तैयार कराना सुनिश्चित करें। इस आशय के निर्देश अपर कलेक्टर एस.के.सेवले ने शुक्रवार को कलेक्टे्रट सभाकक्ष में आयोजित आपदा प्रबंधन के संबंध में एक दिवसीय कार्यषाला के आयोजन अवसर पर व्यक्त किये। कार्यशाला में मुख्य कार्यपालन अधिकारी एम.एल.वर्मा, आपदा प्रबंधन संस्थान भोपाल से पधारे व्ही.जे.जार्ज, संयुक्त कलेक्टर ए.के.चांदिल, इच्छित गढपाले एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे। अपर कलेक्टर श्री सेवले ने कहा कि आपदा प्रबंधन हेतु सभी विभाग की कार्ययोजना तैयार की जाकर जिला आपदा प्रबंधन कलेक्टे्रट शाखा में उपलब्ध कराई जायें। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 लागू हो जाने से आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में इस कार्य को चुनौती के रूप के में किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर आपदाएं भूकम्प, चक्रवात, ज्वालामुखी, तूफान, बाढ़, जंगलो की आग, सूखे की प्राकृतिक घटनाएं तथा दुर्घटनाएं होती है जिससे जन हानि, आर्थिक एवं सामाजिक हानि एवं पर्यावरणीय हानि होती है। इनसे निपटने के लिए कार्ययोजना बनाकर तत्पर रहना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी एम.एल.वर्मा ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कार्ययोजना तैयार कराई जायेगी तथा साथ ही पंचायत भवनों पर आपदा प्रबंधन के संबंध में महत्वपूर्ण टेलीफोन नम्बरों को अंकित कराया जायेगा। आपदाओं के भौगोलिक विस्तार, आपदा प्रबंधन चक्र, सामान्य प्रभाव, विशेष समस्याओं, आपदा प्रबंधन की विशिष्ठ समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बाढ़ आपदा प्रबंधन, भूकम्प आपदा प्रबंधन, अग्नि सुरक्षा तथा औद्योगिक आपदा प्रबंधन के बारे में बताया।