बढते प्रदूषण के पीछे अहम वजह डीजल-पेट्रोल में मिलावट:सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। दिल्ली में बढते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बडा बयान दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली में बढते प्रदूषण के पीछे डीजल और पेट्रोल में मिलावट अहम वजह है। कोर्ट ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रदूषण रोकने के लिए मिलकर काम करें। दिल्ली में प्रदूषण के मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र और दिल्ली सरकार से सवाल करते हुए कहा कि आप दोनों क्यों नहीं साथ बैठकर दिल्ली के वातावरण को साफ करने का समाधान निकालते। ये क्रेडिट आप अपने हाथ में क्यों नहीं लेते। आप ये मौका हाथ से क्यों जाने देना चाहते हैं।
न्यायालय ने सवाल उठाते हुए कहा कि पेट्रोल पंपों में पेट्रोल में केरोसिन मिलाया जाता है, लेकिन कोई चेक करने वाला नहीं। पेट्रोल पंपों के मामले में भी पॉलिसी बननी चाहिए। अगर ईधन में ही मिलावट होगी तो प्रदूषण तो होगा ही। मिलावटी ईधन के बावजूद हमारी गाडियां हरफनमौला हैं... क्योंकि ये उसी से चलती हैं। मामले की सुनवाई के दौरान एमिक्स क्यूरी हरीश साल्वे ने कहा कि साल 2000 से दिल्ली में वाहनों की संख्या ९७ फीसदी बढी है।
दिल्ली में करीब 85 लाख वाहन हो गए हैं, जबकि लॉस एंजिलिस में 65 लाख, न्यूयॉर्क में 77 लाख वाहन हैं। दिल्ली में डीजल की गाडियों संख्या 30 फीसदी बढी है। दरअसल, दिल्ली समेत देश के १३ शहरों में डीजल गा़िडयों पर बैन को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की।