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रेलवे की सूचना से भूल में पड़े यात्री

यात्रियों ने आनन-फानन में लांघी पटरियां


अशोकनगर | यात्रीगण कृपया ध्यान दें। बीना से चलकर गुना की ओर जाने वाली बीना-गुना पैसेंजर ट्रेन के आने का संकेत हो चुका है। यह ट्रेन प्लेट फार्म नं. 2 पर आ रही है। कुछ इस तरह का उद्घोष रेलवे स्टेशन सुबह बीना-गुना यात्री गाड़ी आने को लेकर यात्रियों को सुनाया गया। यात्रियों ने झटपट अपने संगी-साथियों सहित सामान आदि समेटकर प्लेट फार्म नं. 2 पर पहुंचना शुरू कर दिया। टक-टक इंतजार करने के बाद जब यात्री गाड़ी रेलवे स्टेशन की ओर आई तो यात्रियों ने पूर्व घोषणा के मुताबिक प्लेट फार्म नं. 2 पर सामान आदि को समेटना शुरू कर दिया। जैसे-जैसे गाड़ी रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ी वैसे-वैसे ही यात्रियों की सतर्कता बैठने के लिए बढऩे लगी। मगर जब ट्रेन स्टेशन पहुंची तो वह प्लेट फार्म नं. 2 की बजाय प्लेट फार्म नं. 1 पर पहुंच गई। जिससे प्लेट फार्म नं. 2 पर ट्रेन आने का इंतजार कर रहे यात्रियों के सामने परेशानी आ खड़ी हुई।
ऐसे में ज्यादातर यात्रियों ने बजाय रेलवे ब्रिज के सीधे ही रेलवे पटरियों को पार करके टे्रन में सीट सुरक्षित करना शुरू कर दिया। रेलवे द्वारा हुई भूल से न केवल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा बल्कि रेलवे ट्रेक पर अनावश्यक रूप से उतरकर ट्रेन तक पहुंचना पड़ा। हालांकि कुछ यात्रियों द्वारा इसका विरोध भी किया गया मगर रेलवे प्रबंधन के जिम्मेदारों ने इसे तकनीकी खराबी बताकर अपनी भूल से पलड़ा झाड़ लिया। जबकि अशोकनगर से गुना जा रहे यात्री मोहनप्रसाद शर्मा का कहना था कि आए दिन सामने आ रहे रेल हादसों के बाद भी रेल प्रबंधन चूक को गंभीरता से नही ले रहा है। जबकि ट्रेन बताए अनुसार दूसरे प्लेट फार्म पर पहुंची। इसमें महिला यात्रियों सहित बुजुर्ग यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उनका कहना था कि बीते दिनों गुना में तो उनको भी टिकट लेने लाइन में खड़े रहने के बाद ही टिकट खिड़की बंद कर दी थी। वही एक अन्य यात्री का कहना था कि रेलवे की इस चूक के कारण उन्हें ब्रिज की सीढिय़ों से चढऩा और उतरना भारी पड़ गया। इस संबंध में रेलवे स्टेशन पर तैनात महिला सहायक प्रबंधक ने इस प्रतिनिधि को बताया कि अचानक पाइंट में तकनीकी खराबी आने के कारण एमरजेंसी में ट्रेन को प्लेट फार्म नं.1 नम्बर पर लेना पड़ा। इसकी पहले से सूचना चालक को दी गई। जिससे गाड़ी धीमी गति से स्टेशन तक पहुंची। वहीं यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए ट्रेन को स्टेशन पर ज्यादा देर तक रोका गया। जिससे यात्री आसानी से आ जा सकें। ऐसी कई बार स्थिति हो जाती है।

Updated : 1 Dec 2015 12:00 AM GMT
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