अंबेडकर मूर्ति स्थापना को लेकर दो समुदाय आमने-सामने

भिण्ड। अटेर रोड स्थित मातादीनपुरा क्षेत्र में जमीन के एक हिस्से पर कब्जे को लेकर जाटव व यादव समाज के बीच पिछले पांच दिनों से विवाद चल रहा है। जिसको लेकर पूर्व में यादव समाज द्वारा पुलिस अधीक्षक से भेंट कर मामला सुलझाने की मांग की गई थी जिस पर एसडीएम ने मामले की जांच कर स्थिति स्पष्ट होने तक स्थगन आदेश जारी किया था। लेकिन शनिवार देर रात जाटव समाज द्वारा उक्त विवादित स्थल पर निर्माण कार्य करते हुए अंबेडकर प्रतिमा स्थापित कर दी, जिस पर विवाद गहरा गया।
ज्ञात हो कि शहर के अटेर रोड स्थित मातादीनपुरा में एक प्लॉट पर कब्जे को लेकर जाटव व यादव समाज के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है। प्लाट पर अपने-अपने समाज का कब्जा दर्शाते हुए दोनों पक्ष एक-दूसरे पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगा रहे हैं। विवाद को लेकर दोनों पक्षों द्वारा पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई गई थी। इसी बीच उक्त विवादित स्थल पर शनिवार देर रात अज्ञात लोगों द्वारा निर्माण करते हुए अंबेडकर प्रतिमा स्थापित कर दी, जिसकी जानकारी होने पर रविवार को यहां का माहौल गर्मा गया। मामले की जानकारी होते ही भारी मात्रा में पुलिस बल विवादित स्थल पर तैनात कर दिया गया है।
इस बीच जाटव समाज द्वारा रविवार को एक सामाजिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के वरिष्ठ लोगों द्वारा विवादित जमीन के दस्तावेज पुख्ता होने की बात कही गई। उल्लेखनीय है कि जमीन पर कब्जे को लेकर लगभग एक सप्ताह पहले प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत किए जाने के बाद भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसके चलते यह विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। जिलाधीश द्वारा एसडीएम से इस प्रकरण की जांच के आदेश देने के बावजूद उसकी जांच नहीं की गई।


दान की जगह पर विवाद

जानकारी के अनुसार पूर्व में यह जमीन मातादीन जाटव के नामक व्यक्ति की थी। जिनके द्वारा अपनी एकमात्र बेटी को यह जमीन दी थी। बेटी द्वारा यहां प्लॉट काटने के बाद उक्त विवादित स्थल शेष बचा रह गया था जिसे दान में देने की बात सामने आ रही है। इसी कारण से इस जगह पर यादव और जाटव समाज द्वारा अपना-अपना दावा किया जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक को दिया ज्ञापन
स्थगन आदेश दिए जाने के बाद भी यहां मूर्ति स्थापित किए जाने के बाद यादव समाज के लोगों ने रोष प्रकट करते हुए एसपी को ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व विधायक रणवीर जाटव, पार्षद मुकेश गर्ग व जनपद अध्यक्ष पति गजराज जाटव व अन्य चार हथियारबंद आरोपियों द्वारा यहां हथियारों के बल पर जबरन निर्माण कराया है, जिनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए।


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इस मामले में स्थगन आदेश होने तक निर्माण नहीं कराया जाना चाहिए था। बावजूद इसके यहां अवैध रूप से निर्माण कर दिया गया है। फिलहाल मामले की जानकारी लेकर जांच कराई जा रही है, जिसमें दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
नवनीत भसीन, पुलिस अधीक्षक, भिण्ड

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